आप उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, ट्विटर पर भिड़े केंद्रीय मंत्री और मनीष सिसोदिया

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में भी सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका एलान करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सिसोदिया ने ट्वीट किया कि उत्तराखंड के लोग दिल्ली की तरह वहां भी काम चाहते हैं। इसलिए उन्होंने राज्य की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। यही नहीं सिसोदिया ने उत्तराखंड के मंत्री मदन कौशिक का एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उन्हें प्रदेश के मंत्री की चुनौती स्वीकार है। ‘मुझे खुशी है कि उत्तराखंड में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजगार पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के काम पर खुली बहस का निमंत्रण दिया है। मदन जी से मेरा अनुरोध है कि वे समय और स्थान तय करके बता दें मैं चर्चा के लिए आना चाहूंगा।’ इस ट्वीट के बाद उत्तराखंड में राजनीति और गर्माने के आसार हैं।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि वह दो बार व्यक्तिगत रूप से उत्तराखंड गए और वहां की जनता से मिले। जनता की शिकायत है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वहां विकास के लिए कोई काम नहीं किया। भाजपा ने जनता को सिर्फ ठगने का काम किया है। उपमुख्यमंत्री बीते दिनों उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर थे। इसमें हरिद्वार से दौरे की शुरुआत कर वह एक दिन राजधानी देहरादून में भी रुके थे। सिसोदिया के दौरे को लेकर उत्तराखंड की सियासी हलचल तेज हो गई है।

ट्विटर पर भिड़े हरदीप पुरी और सिसोदिया

उत्तर प्रदेश की शिक्षा नीति को लेकर सोमवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के बीच ट्विटर वार शुरू हो गया है। एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि ‘सिसोदिया जी से आग्रह है कि पहले दिल्ली की जनता की समस्याओं का समाधान कर दें उसके बाद आगे बढ़ें। लगता है दिल्ली से उनका मन भर गया है, जो वह उत्तर प्रदेश की तरफ भागने लगे हैं।’ इस पर सिसोदिया ने जवाब देते हुए लिखा कि ‘यूपी के लोग 70 साल से अच्छे स्कूल, अस्पताल, सस्ती बिजली, पानी का इंतजार कर रहे हैं। अगर आपकी पार्टी इतने बहुमत के बाद भी यह नहीं दे पाई तो इसमें यूपी के लोगों की क्या गलती है? यूपी के लोग भी चाहते हैं कि उन्हें दिल्ली की तरह अच्छी शिक्षा, अस्पताल, बिजली पानी, सड़कें मिलें।