आंदोलनकारियों के सपनों को साकार करने का सरकार कर रही प्रयास: सीएम रावत

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देहरादून। राज्य स्थापना दिवस शहीद स्मारक परिसर में उत्साह के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विभिन्न आन्दोलनकरी संगठनों के अलावा राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया। शहीद स्मारक पर पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार आंदोलकारियों के सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों से भी मुलाकात की। वहीं पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड ने काफी प्रगति की है। 

सबसे बड़ी बात राज्य गठन के बाद यह हुई कि जनता सीधे सरकार से संवाद कर सकती है विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री से जनता सीधे संवाद कर सकती है। इसके साथ ही राज्य ने कई अन्य मायनों में भी काफी तरक्की की है। इसके बाद हंसा ग्रुप के कलाकारों ने झुमैलो आदि सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा। इसके अलावा राज्य आंदोलनकारियों ने भी डांस, गीत प्रस्तुत किए। 

इस मौके पर महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक गणेश जोशी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकरी रविंद्र जुगरान,  धीरेंद्र प्रताप, प्रदीप कुकरेती, सावित्री नेगी, राजेंद्र शाह, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद, ओमी उनियाल, रामपाल, बीड़ी रतूड़ी, शांति प्रसाद भट्ट, महिपाल सिंह नेगी, भूपेंद्र फरासी, शर्मा आदि रहे।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गोष्ठी आयोजित

उत्तराखंड राज्य निर्माण की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में “उत्तराखंड 20 वर्ष में क्या खोया क्या पाया ” विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई है। गोष्ठी को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में नवोदित राज्य में विकास के नए आयाम स्थापित किए गए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश के युवाओं के साथ न्याय नहीं किया है। पलायन को लेकर भी केवल दावे किए जा रहे हैं। आमजन से लेकर व्यापारी सभी प्रभावित है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि गैरसैंण स्थायी राजधानी की पहल सबसे पहले कांग्रेस सरकार ने ही की। गोष्ठी में महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआइ, सेवादल के कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।