गाजियाबाद :- सोशल मीडिया पर जारी किए गए एक वीडियो और ऑडियो ने जहां पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है, वहीं खाकी दागदार हुई है। वीडियो में एक महिला ने लोनी कोतवाल बिजेंद्र भड़ाना पर जबरदस्ती करने का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है।इसके अलावा लोनी के पूर्व क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडे ने भी एक ऑडियो जारी कर कोतवाल बिजेंद्र भड़ाना पर गंभीर आरोप लगाते हुए दुखड़ा रोया है।
आरोप है कि एसएसपी को पूरे मामले से अवगत कराया गया। इसके बाद भी उन्होंने बिजेंद्र भड़ाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं फोन उठाना भी बंद कर दिया। पीड़ित राजकुमार पांडे ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव और डीजीपी से कर न्याय की गुहार की बात कही है।
सोशल मीडिया पर जारी हुई वीडियो में लोनी निवासी महिला ने बताया है कि तलाक के दौरान ससुराल पक्ष से उसे दो लाख रुपए मिले थे, जो रकम उसने अपने परिचित युवक को गाड़ी खरीदने के लिए दी थी।आरोप है कि युवक ने गाड़ी तो खरीद कर दी नहीं, उल्टा उससे कोर्ट मैरिज के दस्तावेजों पर साइन करा लिए और उसे अपनी पत्नी बताने लगा।
जब इसकी शिकायत लोनी कोतवाल बिजेंद्र भड़ाना से की गई तो उन्होंने महिला को थाने के एक अलग कमरे में बुलाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की। किसी तरह वह इस्पेक्टर के चंगुल से छूटकर थाने से भागी। इसके अलावा लोनी के पूर्व क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडे ने भी बिजेंद्र भड़ाना पर जीडी में एंट्री कर जेल भिजवाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर ऑडियो जारी किया है।
ऑडियो में आरोप लगाया गया है कि जब इस मामले की शिकायत एसएसपी से की गई तो उन्होंने इस्पेक्टर के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की। इसके बाद एसएससी ने फोन ही उठाना बंद कर दिया। वीडियो में अपना दुखड़ा सुनाते हुए वर्तमान में महोबा में तैनात राजकुमार पांडे ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव और डीजीपी से करने की बात करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है।
मामले में बिजेंद्र भड़ाना का कहना है कि सीओ राजकुमार पांडे को लगता है कि मैंने उनका ट्रांसफर करवाया है, जबकि ऐसा कोई मामला नहीं है। वह तीन दिन पूर्व थाने में आए थे और हंगामा करते हुए मुझ पर ट्रांसफर करवाने का आरोप लगाया था। पूरा हंगामा थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है और जो महिला वीडियो जारी कर उन पर जबरदस्ती का आरोप लगा रही है। वह भी क्षेत्राधिकारी का ही उन्हें फंसाने का षड्यंत्र है। उनका कहना है कि ऐसी कोई महिला उनके पास नहीं आई और न ही वह ऐसी किसी महिला को जानते हैं। उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं।
महोबा के क्षेत्राधिकारी राजकुमार पांडे का कहना है कि लोनी कोतवाल का व्यवहार महिलाओं के प्रति ठीक नहीं है। हमेशा उसने महिलाओं का शोषण किया है। जिसका मैंने वहां सीओ रहते हुए लगातार विरोध किया। इस पर कोतवाल ने एसएसपपी से DA लिखवाकर मेरा ट्रांसफर करा दिया। वह 3 दिन पूर्व लोनी कोतवाली में अपने कर्मचारियों से मिलने गए थे।
जिस पर बिजेंद्र भड़ाना ने उनके साथ अभद्रता की और दोबारा थाने में न आने की धमकी दी। क्षेत्राधिकारी का कहना है कि कोतवाल का लोनी कोतवाली में गैरकानूनी धंधे करने वालों को पूरा संरक्षण प्राप्त है। मेरे द्वारा आवाज उठाने पर वह मुझे जेल में भेजने की धमकी दे रहा है। उससे मुझे खतरा है।