स्कूलों में छात्र-छात्राओं के सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम, राज्य स्तर पर हाेगी समीक्षा

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विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विभागीय अधिकारियों को विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक विद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा कर प्रधानाचार्यों को आवश्यक निर्देश जारी करने को कहा गया है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने चमोली जनपद के राजकीय इंटर कॉलेज गौणा में अतिथि शिक्षक यूनुस अंसारी की ओर से छात्र-छात्राओं के यौन शोषण व छेड़छाड़ की घटना को दुखद व चिंताजनक बताया। उन्होंने बताया कि विभागीय मंत्री के निर्देश पर उक्त प्रकरण में सख्त कार्रवाई की जा रही है। साथ ही ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए निगरानी व सुरक्षा प्रोटोकॉल को विद्यालयों में सख्ती से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर जिला एवं विकासखंड स्तर के अधिकारियों को विद्यालयों में सुरक्षा मानकों की कड़ाई से निगरानी करने और विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जनपदों के विद्यालयों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को ठोस व प्रभावी कदम उठाने को कहा गया है, जिसकी समय-समय पर राज्य स्तर पर भी समीक्षा की जाएगी।

डॉ. सती ने बताया कि चमोली जनपद में विकासखंड स्तर पर गठित समिति की ओर से अगस्त 2015 काे राजनीति विज्ञान विषय में प्रवक्ता पद पर यूनुस अंसारी का चयन किया गया था और उनकी तैनाती राजकीय इण्टर कॉलेज ईराणी, दशोली में की गई थी। इसके बाद विद्यालय में नियमित शिक्षक की नियुक्ति होने पर युनुस काे फरवरी 2020 में राजकीय इण्टर कॉलेज गौणा में तैनाती दी गई। डॉ. सती ने बताया कि यूनुस अंसारी पर विद्यालय में छात्र-छात्राओं के यौन शोषण व छेड़छाड़ करने के आराेपाें के बाद उनका अतिथि शिक्षक अनुबंध को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जा चुका है।