इसी तरह अन्य जनजातीय क्षेत्रों में कुकुमसेरी में -3.9 डिग्री और किन्नौर के कल्पा में -1.5 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। राज्य में सूखी सर्दी लोगों को परेशान कर रही है क्योंकि पिछले एक माह से वर्षा न के बराबर हुई है। नवंबर में बारिश सामान्य से 95 प्रतिशत कम रही। बारिश न होने से फसलों की बिजाई का काम प्रभावित हुआ है और किसान बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
पहाड़ी पर्यटक स्थलों में भी कड़ाके की ठंड बढ़ गई है। मनाली में न्यूनतम पारा 1.9 डिग्री व शिमला के पास स्थित कुुफरी में 4 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि राजधानी शिमला में आज न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री रहा। सुंदरनगर में न्यूनतम तापमान 2.6, भुंतर 2.6, पालमपुर 4.5, सोलन 2.8, हमीरपुर 4.0, मंडी 8.1, बिलासपुर 6.0, नाहन 9.7, ऊना 5.5, कांगड़ा 4.5, मनाली 1.9, जुब्बड़हट्टी 7.2, सराहन 5.0, देहरा गोपीपुर 6.0, नारकंडा 2.8 दर्ज किया गया। तटीय व मैदानी क्षेत्रों में प्रचंड ठंड के साथ कोहरे ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बुधवार सुबह बिलासपुर में दृश्यता घटकर 50 मीटर, सुंदरनगर में 70 मीटर और मंडी में 100 मीटर तक पहुंच गई।
मौसम विभाग ने 4 व 5 दिसंबर को मंडी, बिलासपुर सहित निचले क्षेत्रों में सुबह व शाम घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि आज राज्य में मौसम साफ बना हुआ है। राज्य का औसत न्यूनतम तापमान आज सामान्य से 0.6 डिग्री कम दर्ज किया गया, वहीं बीते 24 घंटों में औसत न्यूनतम तापमान में 0.5 डिग्री की कमी दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले दो दिन यानी 5 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की संभावना है। 6 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आएगा और पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। 7 दिसंबर को मौसम साफ होगा। 8 दिसंबर को फिर ऊपरी इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है और 9 दिसंबर को प्रदेश में मौसम के साफ रहने का पूर्वानुमान है।