बीएसएफ भारत-पाक बार्डर पर जम्मू से गुजरात तक संभाल रही 2289 किलोमीटर की सुरक्षा : खंडारे

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चंडीगढ़, 02 दिसंबर । सीमा सुरक्षा बल पश्चिमी कमान के एडीजी सतीश एस खंडारे ने कहा कि रक्षा की प्रथम पंक्ति के तौर पर भारत-पाकिस्तान बार्डर पर जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 2289 किलोमीटर की सुरक्षा कर रही है। बीएसएफ सीमा पर घुसपैठ, नशीले पदार्थों और हथियारों के साथ गोला-बारूदी तस्करी पर रोक लगाने में अहम भूमिका निभा रही है। इसके साथ ही सीमा पर दुश्मन के नापाक इरादों का भी मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।

एडीजी सतीश एस खंडारे पश्चिमी कमान के बीएसएफ कैंपस मुख्यालय विशेष महानिदेशक माेहाली के लखनौर में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। बीएसएफ कैंपस लखनौर मोहाली और इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 चंडीगढ़ में सीमा सुरक्षा बल हीरक जंयती का आयोजन किया गया। पश्चिमी कमान एडीजी ने सीमा प्रहरियों के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

एक सवाल के जवाब में उन्हाेंने बताया कि वर्ष 2019 में पंजाब में पहली बार पाकिस्तानी ड्राेन देख गया था। इस साल में अब तक करीब 200 हथियार ड्राेन के माध्यम से भेजे जा चुके हैं। एडीजी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सीमा सुरक्षा बल की स्थापना 01 दिसंबर 1965 को रक्षा की प्रथम पंक्ति के तौर पर 25 बटालियन के साथ हुई थी, जो अब बढ़कर 193 बटालियन हो गई हैं। पाकिस्तान व बांग्लादेश के साथ कुल 6386 किलोमीटर अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर की सुरक्षा कर रही है। यह बल विश्व का सबसे बड़ा सीमा को सुरक्षा प्रदान करने वाला बल है, जिसमें एयर-विंग, वॉटर विंग और आर्टिलरी रेजिमेंट है। जहां तक पश्चिमी कमान की बात है, यह 05 फ्रंटियर्स यानी कश्मीर, जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के अलावा 3 सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के साथ भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर प्रभावशाली सीमा प्रबंधन के लिए उत्तरदायी है।

जम्मू और पंजाब में बाढ़ के दौरान बीएसएफ का बचाव अभियान

एडीजी खंडारे ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल ने हाल ही में जम्मू और पंजाब में आई बाढ़ के दौरान बड़े बचाव और राहत ऑपरेशन चलाया। साथ ही भारत-पाक बॉर्डर पर कड़ी निगरानी भी रखी। बीएसएफ ने भारतीय सेना, वायुसेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर स्पीडबोट और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करके गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर और जम्मू जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से हजारों फंसे हुए गांववालों को निकाला। बीएसएफ के हेलिकॉप्टरों ने जम्मू के अखनूर सेक्टर में महिलाओं और बच्चों समेत 45 गांववालों को बचाया।