उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा निरंतर मेडिकल एसोसिएशन एवं दवा विक्रेताओं से संपर्क स्थापित कर उन्हें पुलिस का सहयोग करने को कहा जा रहा है ताकि दवा विक्रेता नशीली गोलियों को बिना किसी डाक्टरी सलाह एवं पर्ची के किसी को भी न दें । इसके अलावा कई नशीली गोलियां एनडीपीएस एक्ट में नहीं आतीं इसलिए इन गोलियां का अकसर नशे में प्रयोग हो रहा है। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि आमजन के सहयोग से मेडिकल नशा बेचने वालों पर पैनी नजर रखें। अगर किसी मेडिकल स्टोर संचालक की नशा बेचने में संलिप्तता पाई जाए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।