इस संबंध में जोन उपायुक्त सीमा चौधरी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने शिकायत दी थी कि दिनभर एवं रात में खुले में छोड़े गए पशु सड़क पर आ जाते हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित होती है और कई बार दुर्घटनाओं की नौबत तक आ चुकी है। मंदिर व गोविंद देव जी आने-जाने वाले भक्तों सहित आसपास के कॉलोनियों के लोग लंबे समय से असुविधा झेल रहे थे। उपायुक्त सतर्कता पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अवैध पशु डेयरी के खिलाफ क्षेत्रीय नागरिकों की शिकायतों के बाद निगम टीम मौके पर पहुंची। सड़क के किनारे तथा सार्वजनिक स्थानों पर बड़े पैमाने पर गंदगी फैली हुई थी। नगर निगम पहले भी इन संचालकों को नोटिस जारी कर चुका था, परंतु डेयरी संचालकों द्वारा अवैध संचालन जारी रखा। सतर्कता टीम और निरीक्षण टीम द्वारा संयुक्त कार्रवाई कर जेसीबी की सहायता से अवैध डेयरियों को हटाया गया तथा गंदगी को तुरंत साफ करवाया गया।