भारतीय महिला कबड्डी टीम विश्व कप जीतने के बाद मंगलवार को धूमधाम से देश लौटी। भारतीय टीम ने फाइनल में चीनी ताइपे को 35-28 से हराकर लगातार दूसरा कबड्डी विश्व कप खिताब जीता था। भारतीय टीम ने प्रतियोगिता में शुरू से आखिर तक अपना दबदबा बनाए रखा। ग्रुप स्टेज के अपने सभी मैच जीते और फिर सेमीफाइनल में ईरान को हराकर खिताबी मुकाबले के लिए अपनी जगह पक्की की। फिर फाइनल में चीनी ताइपे को मात देकर विश्व चैंपियन का ताज अपने नाम किया।
स्वदेश लौटने के बाद रितु नेगी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि कप्तान के तौर पर मुझे पता है कि मैं उतनी ही मजबूत हूं, जितनी मेरे पीछे की टीम और लड़कियों का यह ग्रुप हर चुनौती में एक साथ खड़ा रहा। उन्होंने कहा कि महिला कबड्डी बहुत आगे बढ़ गई है। मुकाबला पहले से कहीं ज्यादा मुश्किल हैं, लेकिन हमने आखिर तक एक-दूसरे पर भरोसा किया। उन्होंने कहा कि यह जीत हर उस लड़की की है जो एक दिन भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखती है।
टीम की हेड कोच वी. तेजस्विनी बाई ने कहा कि ढाका में इस टीम ने जो हासिल किया, उससे मेरा दिल गर्व से भर गया है। लड़कियों ने जबरदस्त अनुशासन और पक्के इरादे के साथ खेला, जो हर एक मैच में जीत की उनकी भूख को दिखाता था। उन्होंने कहा कि जब हमने 2023 में एशियन गेम्स और 2025 में एशियन कबड्डी चैंपियनशिप जीती थी, तब मैं हेड कोच थी, इसलिए यह मेरे लिए जीत की हैट्रिक है। देश के लिए विश्व कप जीतना हमेशा खास होता है, लेकिन इन युवा महिला खिलाड़ियों को इस पल का सामना करते देखना इसे और भी खास बनाता है। एक कोच के तौर पर मुझे उन पर बहुत गर्व है।