अंबिकापुर: धान खरीद तिहार में खुशहाल हुए किसान, बढ़े समर्थन मूल्य ने लौटाई खेती की चमक

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उदयपुर ब्लॉक के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति डांड़गांव केंद्र में धान बेचने पहुंचे गुमगा गांव के किसान द्वारिका प्रसाद यादव ने बताया कि इस खरीदी सीजन में खेती फिर से लाभ का व्यवसाय बन गई है। उन्होंने बताया कि उनका कुल 306 क्विंटल धान का रकबा जारी हुआ है और पहला 50 क्विंटल का टोकन मिलने पर वे बिक्री के लिए पहुंचे हैं। वे बताते हैं कि केंद्र में तुलाई, नमी परीक्षण और व्यवस्था पूरी तरह संतोषजनक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 3,100 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किए जाने से किसानों को वास्तविक लाभ प्राप्त हो रहा है।

कृषक यादव ने आगे बताया कि सौर सुजला योजना के तहत तीन वर्ष पूर्व मिले सोलर पैनल से उनकी सिंचाई व्यवस्था निर्बाध हो गई है। खेतों में पानी की अब कोई कमी नहीं रहती और पंप चलाने के लिए अतिरिक्त खर्च भी नहीं करना पड़ता। समिति के माध्यम से खाद-बीज की उपलब्धता और केसीसी लोन से खरीफ-रबी फसलों के लिए राशि मिलने को उन्होंने खेती के लिए सहायक बताया।

उन्होंने शासन की किसान हितैषी योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि सरकार किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता दे रही है और इस बदली हुई व्यवस्था से किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि धान खरीदी तिहार किसानों के लिए एक वास्तविक उत्सव बन चुका है।

जिला प्रशासन ने शासन के निर्देशानुसार सभी 54 केंद्रों में बारदाना उपलब्धता, पारदर्शी टोकन सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक तुलाई और नमी मापक यंत्र की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है। प्रशासन का लक्ष्य है कि खरीद अवधि के दौरान किसी भी किसान को कतार, बारदाना या भुगतान से जुड़ी किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।