मप्र के कटनी में देर रात थाने पर हमला, लोगों ने पुलिसकर्मियों से की मारपीट

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कटनी, 23 अक्टूबर । मध्य प्रदेश के कटनी शहर के बाकल थाने में बुधवार रात कुछ लोगों ने हमला कर दिया। मामला समुदाय विशेष के दो युवकों द्वारा अपहरण कर एक हिन्दू युवक के साथ मारपीट से जुड़ा है। इसी को लेकर देर रात बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए और बवाल मचाते हुए पुलिस कर्मियों से मारपीट की। इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक की हालत गंभीर है। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। फिलहाल, बाकल क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

पुलिस ने बताया कि गत 19 अक्टूबर को कुणाल सिंह राजपूत ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें उसने कहा था कि असीम खान और आमिल खान उसे जबरन अज्ञात स्थान पर ले गए। वहां बेरहमी से पीटा। सिगरेट से दागा और मोबाइल छीनने की कोशिश की थी। वह किसी तरह बचकर भाग आया। घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट की धाराओं का प्रकरण दर्ज उसी दिन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसको लेकर करणी सेना के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने का अल्टीमेटम दिया था।

संगठन पदाधिकारियों का कहना था कि पुलिस ने जानबूझकर मारपीट का कमजोर केस दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ अपहरण और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया जाए। बुधवार शाम को करणी सेना के सदस्य इसी मांग को लेकर बाकल थाने पहुंचे। उन्होंने थाना प्रभारी रश्मि सोनकर को बर्खास्त करने की मांग करते हुए नारेबाजी की। इसके बाद बस स्टैंड पर चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी संतोष कुमार डहेरिया मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को समझाइश दी। कड़ी कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया गया।

प्रदर्शन समाप्त होने के कुछ देर बाद रात करीब 10 बजे प्रदर्शनकारियों का एक समूह दोबारा थाने पहुंचा। यहां पुलिसकर्मियों से बहस की। फिर मारपीट करने लगे। इसमें हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार शुक्ला और कॉन्स्टेबल अवधेश मिश्रा घायल हो गए। हेड कॉन्स्टेबल शुक्ला को प्राथमिक उपचार के बाद कटनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी ने बताया कि मामले में नामजद पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया और शेष लोगों की पहचान की जा रही है। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।