परियोजना के अंतर्गत गांव से लगभग 561 मीटर की दूरी पर स्थित जलस्रोत पर कुएं का निर्माण किया गया और सौर ऊर्जा चालित 2 एचपी पम्प के माध्यम से पानी को जलमीनार (ओवरहेड टैंक) तक पहुंचाया गया। इससे अब सभी 21 परिवारों को नियमित रूप से स्वच्छ पेयजल मिलने लगा। जलमीनार का उद्घाटन भारतीय खान ब्यूरो के पदाधिकारी फिलिप्स हापडखाडा क्षेत्रीय खान जियोलॉजिस्ट ने किया।
मौके पर उन्होंने बताया कि यह परियोजना चौरापाठ गांव के ग्रामीणों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है, जो लंबे समय से पेयजल संकट से जूझ रहे थे। यह सीएसआर पहल जल सुरक्षा और सामुदायिक जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। इस पहल के लिए ग्रामवासियों ने कंपनी प्रबंधन के प्रति आभार जताया और इसे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला कदम बताया।
कार्यक्रम में हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सहायक प्रबंधक जीवन मोहंती, अमित प्रधान, गौरी शंकर, श्री गंगोली, सीएसआर पदाधिकारी दीपक सिंह , निशार दास, आसिफ अंसारी सहित अन्य उपस्थित थे।