कांग्रेस संगठन सृजन के तहत युवा नेतृत्व तैयार कर संगठन को सक्रिय किया जाएगा : सप्तगिरि शंकर उल्का

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उन्हाेंने कहा कि यह जरूरी नहीं की किसी के सिर पर रायपुर और दिल्ली के नेताओं का हाथ हो तो वो ही बनेगा। पहले नेताओं के कहने पर बना दिया जाता था। अब जिसमें काबिलियत होगी उसे ही जिम्मेदारी दी जाएगी। इस अभियान के अंत में पूरी रिपोर्ट कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को सौंपी जाएगी। देश में अब युवा नेतृत्व की जरूरत है और इसी को ध्यान में रखते हुए नई लीडरशिप तैयार की जा रही है। वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर हर जिले और ब्लॉक से फीडबैक लिया जा रहा है, जिससे जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में सभी की सहभागिता सुनिश्चित हो सके, हमारा प्रयास है कि जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को संगठन से किस तरह जोड़ा जाए, यह समझा जाए। संवाद के आधार पर जो निष्कर्ष निकलेंगे, उन्हें नेतृत्व से साझा कर संगठन को नए रूप में सक्रिय किया जाएगा। ताकि आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं का बेहतर तरीके से सामना किया जा सके।

सप्तगिरि शंकर उल्का ने कहा कि गुजरात में एआईसीसी का एक कॉन्क्लेव हुआ था। उस समय एआईसीसी ने तय किया था कि वर्ष 2025 कांग्रेस संगठन का होगा। इस वर्ष में संगठन को कैसे मजबूत कर पाएं, इस पर काम होगा। दूसरा प्लान संगठन सृजन अभियान के तहत हमारी कोशिश है कि डीसीसी प्रेसिडेंट बनने की प्रक्रिया को बदला जाए। पहले ऐसा होता था कि किसी बड़े नेता के कहने पर डीसीसी प्रेसिडेंट बन जाया करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब छत्तीसगढ समेत देश के अलग-अलग राज्यों में जितने जिले हैं वहां कांग्रेस के ऑब्जर्वर जाएंगे। ये ऑब्जर्वर एआईसीसी के जनरल सेक्रेटरी, इंचार्ज, एमएलए, एमपी, एक्स मिनिस्टर्स, एक्स सीएम, एक्स स्टेट प्रेसिडेंट जैसे सदस्य होंगे।

यह हर एक जिले में जाकर सात दिन रहेंगे। जिले के पदाधिकारी, नेता, कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। इसके अलावा सिविल सोसाइटी के मेंबर्स से भी बातचीत करेंगे। वहीं कांग्रेस ने एक फॉर्म जारी किया है। ये फॉर्म कोई भी कार्यकर्ता एआईसीसी से, डीसीसी की ऑफिस से प्राप्त कर सकता है। जिला अध्यक्ष बनने इस फॉर्म को भर सकता है।

सप्तगिरि शंकर उल्का ने बताया कि पहले चरण में गुजरात में यह प्रक्रिया शुरू किए गये थे, वहां का काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में मध्य प्रदेश, हरियाणा में किए थे, वहां भी प्रेसिडेंट क्लियर कर दिया गया है। तीसरे चरण में ओडिशा, झारखंड, उत्तराखंड और पंजाब में किए, ओडिशा और झारखंड की लिस्ट निकल चुकी है। पंजाब और उत्तराखंड में फ्लड आने जी की वजह से अभी लिस्ट जारी नहीं हो पाई है, इस सप्ताह तक हो जाएगी। अब छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान में काम कर रहे हैं। सप्तगिरि शंकर उल्का ने बताया कि इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद जो भी अध्यक्ष बनता है, उसकी 10 दिन की ट्रेनिंग करवाई जाएगी। हाल ही में गुजरात में बने अध्यक्षों का ट्रेनिंग कैंप लगाया गया था। जिसमें राहुल गांधी ने ट्रेनिंग दी थी। डीसीसी प्रेसिडेंट को मजबूत करना लक्ष्य होगा। इसका उद्देश्य इलेक्शन के समय टिकटों का जब वितरण हो तो टिकट बांटने में जो पैनल बैठता है, वहां जिला अध्यक्ष भी अपनी राय देंगे।

प्रेसवार्ता के दाैरान संगठन सृजन प्रभारी सप्तगिरि उल्का, सहप्रभारी प्रेमसाय सिंह टेकाम, प्रेमचंद जायसी, नोवेल वर्मा, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य, ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रेमशंकर शुक्ला, उमाशंकर शुक्ला,पूर्व विधायक रेखचंद जैन,जतिन जायसवाल आदि मौजूद रहे।