देवभूमि बनती जा रही अब खेल भूमि: नेगी

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पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि हाल ही में उत्तराखंड में 38 वें राष्ट्रीय खेल संपन्न हुए हैं। उत्तराखंड में अब 25 से अधिक खेल एक साथ खेले जा सकते हैं, जिसके लिए उत्तराखंड के कई शहरों में अंतरराष्ट्रीय स्तर का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा चुका है। जिसमें शूटिंग, साइकलिंग, फेंसिंग,जल क्रीड़ा और हॉकी जैसे मुख्य खेल हैं।

उन्होंने बताया कि हरिद्वार में हुए राष्ट्रीय खेलों के बाद हल्द्वानी में इंटरनेशनल फेंसिंग प्रतियोगिता अभी हाल ही में समाप्त हुई है। जिसमें 17 देशों ने भाग लिया था और आज देहरादून में बास्केटबॉल जूनियर चैंपियनशिप आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेलों को स्पोर्ट्स हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। इस बार उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल में कीर्तिमान स्थापित किये और 103 पदक हासिल किये और देश में सातवें स्थान पर रहे।

नेगी ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेताओं को गोल्ड सिल्वर और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि भी बढ़ाई गई है और खिलाड़ियों को नौकरी देने का भी प्रयास किया जा रहा है।

प्रेस वार्ता में बास्केटबॉल के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास तिवारी, सचिव संजय चौहान, जिला अध्यक्ष ललित नैय्यर एवं ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष भगवान कार्की बास्केटबॉल के अध्यक्ष बजाज हीरा सिंह आदि मौजूद रहे।