पुलिस लाइन में एके-47, एसएलआर, एसएमजी, 9 एमएम पिस्टल जैसे अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं, जिनकी पूजा की गई। एसपी विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि विजयादशमी पर हर साल पुलिस लाइन के शस्त्रागार में रखे सभी शस्त्रों की साफ-सफाई कर विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह पुलिस विभाग का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसे ‘चेतक’ के नाम से भी जाना जाता है।
एसपी पाण्डेय ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीराम ने माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए लंका युद्ध से पहले नौ दिनों तक आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा की थी और अपने शस्त्र धनुष की भी पूजा की थी। दसवें दिन उन्होंने रावण को परास्त कर बुराई पर अच्छाई की जीत स्थापित की थी। तभी से शस्त्र पूजा की परंपरा चली आ रही है।
उन्होंने कहा कि विजयादशमी पर शस्त्र पूजा का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन किए गए कार्यों में सफलता मिलती है। लोग अपने घरों में रखे शस्त्रों की पूजा करते हैं और जब घर लौटते हैं, तो महिलाएं विजेता के रूप में उनकी आरती उतारकर स्वागत करती हैं।
शस्त्रों की पूजा करने के बाद परंपरागत रूप से पुलिस ग्राउंड में एसपी विजय कुमार पाण्डेय ने मॉडर्न हथियारों से हवा में फायरिंग की। उनके साथ एएसपी उमेश कश्यप ने भी फायरिंग की। हवा में फायरिंग करने की अपनी एक परंपरा है। हवाई फायरिंग से आसमान आवाजों से गूंज उठा।
एसपी ने आम जनता से दशहरा पर्व शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील की। उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी चौक-चौराहों और दशहरा मैदानों में पुलिस टीमें तैनात की जाएंगी।