इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। गेट पास पर सीसीटीवी कैमरा लगा होना चाहिए। उपायुक्त ने सभी खरीद केंद्रों पर पेयजल, शौचालय, बिजली और साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। किसानों को फसल बेचने के लिए गेट पास देने की सुविधा में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने खरीद एजेंसियों को पारदर्शी और त्वरित तरीके से खरीद करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि संबंधित अधिकारी नियमित रूप से मंडियों का निरीक्षण करेंगे और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित करेंगे। प्रत्येक अनाज मंडी पर एक प्रशासनिक अधिकारी तैनात किया जाएगा, जो खरीद उठान और अन्य गतिविधियों की सीधी निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल बेचने के लिए एक सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना और उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाना है। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि वह धान की कटाई के बाद खेत में अवशेषों को न जलाए, इससे खेतो की शक्ति तो घटती ही है, वहीं प्रदूषण को भी बढ़ावा मिलता है। बैठक में एसडीएम बलीना, नगराधीश अप्रतिम सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक जैनव खातून, डीएमईओ मनोज दहिया, मार्किट कमेटी हसनपुर के सचिव नरबीर, होडल मार्किट कमेटी सचिव विद्या सागर सहित मिलर्स, मंडी एसोसिएशन के पदाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।