कारीगर सुबल बंगाली बताते है कि, यहां करीब 10-15 साल से रावण का पुतला बनाते आ रहे हैं। रावण बनाने में बांस, कांटी, सुतली, रस्सी और कपड़ा इत्यादि से इसे आकर देकर बनाया जाता है। इस बार रावण 60 फीट का बनाया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण रावण का पुतला बनाने में काफी परेशानी भी हो रही है।
बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में दो जगह पर रावण दहन किया जाता है। हाइस्कूल ग्राउंड में और राम मंदिर के कन्हर नदी तट पर दोनों जगहों पर काफी भीड़ भी उमड़ती है। शारदीय नवरात्र में बारिश का साया छाया हुआ है। लोगों का कहना है कि, रावण दहन में बारिश के कारण खलल पड़ने की संभावना है।