अजय बैग इंटरप्राइजेस नामक दुकान के कर्मचारी सन्नी ने बताया कि दुकान में करीब 4 दिन पहले एक व्यक्ति मुंह पर मास्क लगाकर आया था। उसने आकर एक अटैची पसंद की। उसने कहा कि उसे एक सामान बाजार से खरीदना है। उसके पास एक बॉक्स था। बोला इस बॉक्स में बच्चों की कार है। इतना कहकर वह दुकान से चला गया।
कर्मी ने बताया कि बुधवार रात दुकान से पेट्रोल की बदबू आ रही थी। जब संदिग्ध बैग के पास जाकर देखा तो उसमें कुछ गड़बड़ लगी। इसके बाद इसकी सूचना आसपास के लोगों और पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर थैला कब्जे में लिया। थैले से पेट्रोल की थैलियां और कुछ तार मिले।
पुलिस ने मौके पर बम निरोधक दस्ते को बुलाया। सूचना मिलने पर थाना दरेसी में बम निरोधक दस्ता पहुंचा। टीम ने थैला खोल कर जांच की। इसमें एक बैटरी, कुछ तार और एक डायलर भी था। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से गुरुवार दोपहर 2 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें आरोपित दुकानदार के साथ रंजिश की बात कबूली। साथ ही उन्होंने दुकान में थैला छोड़ने वाली बात भी कबूल की।
पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने बताया कि मकान मालिक की 3 दुकानें हैं। एक दुकान बैग और अटैची की है, जिसे एक आदमी चलाता है। उसका सगा भांजा सोनू भी इसमें जुड़ा हुआ है और उसकी भी एक दुकान है। उसने अपने एक मित्र आमिर के साथ यूट्यूब से यह एक्सप्लोसिव डिवाइस बनाना सीखा। इन्होंने काफी सामान फ्लिपकार्ट और मार्केट से खरीदा।
इसके पीछे उद्देश्य था कि दुकान में आग लगाई जाए। समय 20 सितंबर रात एक बजे का तय किया गया था, लेकिन किसी वजह से टाइमर चला नहीं और आग लगी नहीं। बाद में वे वापस भी नहीं गए। रिश्तेदारों से आपस में मिलते भी रहे। साजिश यह थी कि उसकी दुकान में आग लग जाए और हमारा बिजनेस चल पड़े। आरोपितों ने पेट्रोल ताजपुर के एक पेट्रोल पंप से खरीदा था और पोटाश भी एक पंसारी से लेकर आए थे। कुछ सामान ऑनलाइन शापिंग कंपनी फ्लिपकार्ट से खरीदा था।