हॉकी इंडिया ने राष्ट्रीय और जमीनी स्तर के आयोजनों के लिए वित्तीय अनुदान बढ़ाया

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महाबलीपुरम, 27 जुलाई । हॉकी इंडिया ने रविवार को तमिलनाडु के महाबलीपुरम में अपनी 15वीं हॉकी इंडिया कांग्रेस का सफलतापूर्वक आयोजन किया। भारतीय हॉकी की गौरवशाली यात्रा के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कई ऐतिहासिक घोषणाएं हुईं, जिनमें 7 नवंबर को राष्ट्रव्यापी हॉकी महोत्सव का आयोजन करना शामिल है। इस मौके पर भारतीय हॉकी ने राष्ट्रीय और जमीनी स्तर के आयोजनों के समर्थन के लिए वित्तीय अनुदान में पर्याप्त वृद्धि की घोषणा की है।

हॉकी इंडिया ने बताया कि भारतीय हॉकी की विरासत 1925 में अपनी पहली राष्ट्रीय शासी संस्था के गठन के साथ शुरू हुई थी। इस साल 7 नवंबर को 100 साल पूरे हो जाएंगे। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में हॉकी इंडिया 7 नवंबर को एक अभूतपूर्व राष्ट्रव्यापी उत्सव का आयोजन करेगा। इस आयोजन में एक साथ 1,000 मैच खेले जाएंगे। देश के प्रत्येक जिले में एक पुरुष और एक महिला मैच में 36 हजार से ज्यादा खिलाड़ी (18 हजार पुरुष और 18 हजार महिलाएं) हिस्सा लेंगे। यह विशाल पहल देश के हर कोने से खिलाड़ियों को एक साथ लाएगी, जो न केवल भारत की एकता और विविधता को दर्शाएगी, बल्कि हॉकी के प्रति निरंतर प्रेरित करने वाले जुनून को भी दर्शाएगी।

भारतीय हॉकी के पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक सशक्त बनाने के एक दूरदर्शी कदम के तहत हॉकी इंडिया ने राष्ट्रीय और जमीनी स्तर के आयोजनों के समर्थन के लिए वित्तीय अनुदान में पर्याप्त वृद्धि की घोषणा की है। इसके तहत सीनियर पुरुष और सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए 70-70 लाख रूपये, जूनियर पुरुष, जूनियर महिला, सब-जूनियर पुरुष और सब-जूनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए 30-30 लाख एवं जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए प्रति राज्य 25 लाख रुपये शामिल है।

इन बढ़े हुए अनुदानों का उद्देश्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, आयोजन की गुणवत्ता में सुधार लाना और स्थानीय स्तर पर वित्तीय बाधाओं को कम करके व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करना है। इस सहायता से हजारों उभरते खिलाड़ियों, कोचों और जमीनी स्तर के अधिकारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जो भारतीय हॉकी के भविष्य की रीढ़ हैं।

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा कि भारतीय हॉकी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए हम न केवल अपनी स्वर्णिम विरासत का सम्मान कर रहे हैं, बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत नींव भी रख रहे हैं। यह राष्ट्रव्यापी उत्सव भारतीय हॉकी को आगे बढ़ाने वाले हर खिलाड़ी, कोच और प्रशंसक को हमारा सम्मान है। उन्होंने काह कि हम जिस वित्तीय सहायता की घोषणा कर रहे हैं, वह अगली पीढ़ी के सपनों में एक सीधा निवेश है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि संसाधनों की कमी के कारण कोई भी प्रतिभा पीछे न छूट जाए।

हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा कि बढ़ी हुई अनुदान राशि हमारे इस विश्वास का प्रतिबिंब है कि वास्तविक विकास जमीनी स्तर पर होता है और समान अवसर, लैंगिक समानता और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा हॉकी के पुनरुत्थान के आवश्यक स्तंभ हैं। हम अपनी सभी राज्य इकाइयों और जिलों को उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देते हैं और हम 7 नवंबर को एक भव्य, समावेशी उत्सव की प्रतीक्षा कर रहे हैं।