परिजनों ने बिना समय गंवाए उन्हें 108 एंबुलेंस की सहायता से चाकुलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉ संपा मन्ना घोष के नेतृत्व में तुरंत उपचार शुरू हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को समय पर अस्पताल लाया गया, जिससे स्थिति नियंत्रण में है। उन्हें एंटी-वेनम इंजेक्शन दिया गया है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि रसल वाइपर भारत में पाए जाने वाले चार सबसे जहरीले सांपों में से एक है। इसके काटने पर अगर समय पर इलाज न हो, तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मानसून के मौसम में खेतों और झाड़ियों में विशेष सतर्कता बरतें। किसी को भी सांप के डंसने की स्थिति में घरेलू उपायों के बजाय तुरंत अस्पताल पहुंचने की सलाह दी गई है।