रतिया के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की भारी कमी, बीईओ को सौंपा ज्ञापन

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संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार और शिक्षा विभाग इस गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान नहीं देता है, तो भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और इंकलाबी नौजवान सभा इस आंदोलन को और तेज करेंगे। पंचायत स्तर से लेकर जिला मुख्यालय तक विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ शिक्षा का सवाल नहीं है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के अधिकारों की लड़ाई है। निर्भय सिंह ने कहा कि हम सिर्फ खेती-किसानी के मुद्दे नहीं उठाते, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार भी हमारी प्राथमिकता में हैं। शिक्षा व्यवस्था का मजबूत होना ही देश के भविष्य की गारंटी है।