जनता द्वारा नकारे गए लोग चला रहे ट्रांसफर व ठेकेदार माफिया : बिक्रम ठाकुर
धर्मशाला, 14 जुलाई (हि.स.)। पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा है कि क्षेत्र में माफिया संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने एक ऐसे नेता को आगे कर रखा है जिसे जनता दो बार नकार चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब यह हारा हुआ नेता खुद को मुख्यमंत्री का साला बताकर राजनीतिक प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है, जो न केवल हास्यास्पद है, बल्कि क्षेत्र की जनता का अपमान भी है।
सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में बिक्रम ठाकुर ने कहा कि अब कांग्रेस में जनसेवा की जगह पारिवारिक रिश्ते राजनीति का आधार बन चुके हैं। चुनाव हारने के बाद भी यदि कोई केवल मुख्यमंत्री से संबंध दिखाकर ठेके और ट्रांसफर बांट रहा हो, तो यह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार और सत्ता की दलाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में जसवां प्रागपुर में ट्रांसफर माफिया और ठेकेदार लॉबी को खुली छूट दी जा रही है। यहां अब योग्यता नहीं, नजदीकियों का बोलबाला है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि जब वे सरकार में थे, तब जसवां प्रागपुर जैसे पिछड़े क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया गया। बीडीओ कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, सड़कें, पेयजल योजनाएं, स्वास्थ्य सेवाएं ये सब भाजपा शासन की देन हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार ने आते ही द्वेष की राजनीति के तहत इन्हें डी-नोटिफाई कर दिया, जिससे यह साफ हो गया कि उन्हें जनता की सुविधा से नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक कुंठा से मतलब है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि जसवां प्रागपुर, जो पिछले ढाई सालों से राजनीतिक बदले की भावना का शिकार बना हुआ है। वहां की विकास योजनाएं डी-नोटिफाई कर, परियोजनाएं ठप कर दी गई। उन्होंने कहा कि कब तक ऐसे नकारे, हारे हुए नेता विधानसभा क्षेत्रों के विकास को रोकते रहेंगे और सरकार उनका मनोबल बढ़ाकर जनता का अपमान करती रहेगी।