खुशबू राजपुरोहित मौत मामले में न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा राजपुरोहित समाज

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खुशबू राजपुरोहित मौत मामले में न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा राजपुरोहित समाज

पाली, 23 जून (हि.स.)। जिले के धर्मधारी गांव निवासी खुशबू राजपुरोहित की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को राजपुरोहित समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। गुस्साए समाजजनों ने कलेक्ट्रेट तक पैदल रैली निकाली और नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

रैली लोढ़ा स्कूल के पास स्थित राजपुरोहित समाज भवन से प्रारंभ होकर कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में शामिल लोगों ने आरोप लगाया कि खुशबू की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया है, और ससुराल पक्ष ने शव को फंदे पर लटका दिया।

समाज ने मांग की कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच करवाई जाए तथा दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।

इस दौरान मृतका के परिजन, राजपुरोहित समाज के वरिष्ठजन, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। जिले के धर्मधारी गांव (थाना रोहट) निवासी 22 वर्षीय खुशबू राजपुरोहित की शादी 11 जुलाई 2024 को बाड़मेर जिले के डोली गांव निवासी भोमसिंह के साथ हुई थी। बताया गया कि भोमसिंह अपने बड़े भाई के साथ हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में मिठाई की दुकान चलाता है, जहां खुशबू भी उसके साथ रहती थी।

16 जून 2025 को खुशबू अपने ससुराल स्थित घर में फंदे पर लटकी हुई मिली। अगले दिन बिना पीहर पक्ष को सूचना दिए उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस बात की जानकारी मिलने के बाद 18 जून को पिता गंगासिंह राजपुरोहित ग्रामीणों को साथ लेकर डोली पहुंचे और रोहट थाने में बेटी की हत्या की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई।

गंगासिंह राजपुरोहित ने अपनी दोनों बेटियों की शादी एक ही परिवार में दो भाइयों से की थी। बड़ी बेटी निरमा की शादी भोमसिंह के बड़े भाई से हुई है। प्रदर्शन में कई सामाजिक और राजनीतिक प्रतिनिधि भी शामिल हुए, जिनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शिशुपालसिंह राजपुरोहित, कांग्रेस नेता महावीर सिंह सुकरलाई, एडवोकेट चंद्रभान सिंह राजपुरोहित, पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील भंडारी, महेंद्र बोहरा, रणवीरसिंह राजपुरोहित, महेंद्रसिंह धांधलास, अशोकसिंह पूनायता, भरतसिंह, दीपकसिंह, घीसूसिंह रूपावास, नरेन्द्रसिंह तालका, नरपतसिंह ढढोरा, अचलसिंह पाचपदरिया सहित बड़ी संख्या में समाजजन और ग्रामीणजन मौजूद रहे।

समाज ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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