वार्ड नंबर 43, जो कि शहीद उधम सिंह नगर के गली नंबर 3 में स्थित है, में बैसाखी के पावन पर्व के अवसर पर एक भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। यह आयोजन सुल्तान विंड रोड के निकट समस्त संगत के सहयोग से किया गया, जिसमें सभी ने मिलकर सेवा और भक्ति का अद्भुत उदाहरण पेश किया। इस दरबार में विशेष रूप से सरबत के भले की अरदास भी की गई, जिसमें क्षेत्रवासियों ने एकत्र होकर सामाजिक एकता और भाईचारे की भावना को मजबूती देने का प्रण लिया।
इस अवसर पर, लंगर का अटूट प्रावधान किया गया, जिससे कई जरूरतमंदों और श्रदालुओं को भोजन की सेवा दी गई। लंगर का यह आयोजन पूरी सामुदायिक भावना के साथ प्रस्तुत किया गया, जिससे इस कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ गया। आयोजकों ने सुनिश्चित किया कि सभी उपस्थित लोग इस धार्मिक उत्सव का हिस्सा बनें और किसी भी व्यक्ति को भोजन से वंचित न रहना पड़े।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख व्यक्तियों में डॉ. गोल्डी, सुरजीत सिंह, जसबीर सिंह खालसा, लाली सिंह, कुलदीप सिंह दासुवाल, नवनीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखविंदर सिंह और दीपक कुमार शामिल थे। इन सभी ने मिलकर इस समारोह को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सेवाएं और समर्पण ने सुनिश्चित किया कि सभी प्रतिभागी एक सकारात्मक और प्रेरक अनुभव से गुजर सकें।
बैसाखी के इस आयोजन ने न केवल धार्मिक भावना को जीवित रखा बल्कि समाजिक समरसता को भी प्रोत्साहित किया। सभी उपस्थित लोगों में एकता और आपसी सहयोग की भावना स्पष्ट नजर आई। इस प्रकार के आयोजनों का महत्व आज के समय में और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जहां समाज की विविधताएँ एक साझा उद्देश्य के जरिए एकत्रित होती हैं।
अंततः, इस कीर्तन दरबार ने सभी को धार्मिक और सामाजिक मूल्यों की याद दिलाई। इस प्रकार के सामूहिक आयोजन न केवल हमें एकजुट करते हैं, बल्कि हमारे समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करते हैं। यही कारण है कि इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हर साल बड़ी धूमधाम से किया जाता है, ताकि सभी मिलकर एकजुटता और भाईचारे का संदेश फैलाएं।