गैंगस्टर की तलाश के बीच सनी देओल ने किया ओटीटी बनाम थिएटर का खुलासा!

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फिल्म इंडस्ट्री में 10 अप्रैल को रिलीज होने जा रही फिल्म ‘जाट’ को लेकर बॉलीवुड के दिग्गज सितारे सनी देओल, रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार सिंह की चर्चा जोरों पर है। इस फिल्म में सनी के साथ पहली बार रणदीप और विनीत नजर आने वाले हैं। दोनों अभिनेताओं ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए सनी देओल और उनकी फिल्मों के साथ अपने अनुभव साझा किए। बातचीत के दौरान सनी ने फिल्म ‘घातक’ के एक दिलचस्प अनुभव को साझा किया, जिसने उनके करियर में महत्वपूर्ण स्थान बनाया।

सनी ने बताया कि ‘घातक’ की शूटिंग बनारस में की गई थी और उस समय लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बेहद खराब थी। उन्होंने कहा, “जब मैं उस शहर में शूटिंग कर रहा था, तब वहां एक कुख्यात अपराधी अपने गिरोह के साथ घूम रहा था। वह मुझसे मिलना चाहता था, और उस समय ऐसा कुछ भी करना हमारी सुरक्षा के लिए मुश्किल था।” इस घटना ने शूटिंग के अनुभव को कई गुना रोमांचक बना दिया था।

विनीत कुमार सिंह ने ‘घातक’ के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी, तो वह इसे देखने की कोशिश कर रहे थे लेकिन असफल रहे। “शूटिंग के दौरान पूरी बनारस में खबर थी कि सनी सर लस्सी पीने गए हैं, और हम सभी लस्सी की दुकानों पर थे,” उन्होंने कहा। यह अनुभव उनके लिए बहुत खास रहा और अब जब वह सनी के साथ काम करने का मौका मिला है, तो वह इसके लिए आभारी महसूस करते हैं।

रणदीप हुड्डा ने सनी की फिल्मों में अपने पसंदीदा किरदारों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘घातक’ में पिता-पुत्र के रिश्ते का चित्रण अद्भुत था। “इस फिल्म में सनी और अमरीश पुरी का काम बेहतरीन था,” उन्होंने कहा। वह सनी और उनके पिता धर्मेंद्र की फिल्मों को अपने क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय मानते हैं और उनके साथ काम करने का अनुभव साझा करने के लिए उत्साहित हैं।

कोविड-19 के बाद जब सिनेमा का व्यवसाय प्रभावित हुआ था, तब सनी की फिल्म ‘गदर-2’ ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड स्थापित किया। इस विषय पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि दर्शक मुझे जिस प्रकार से प्यार करते हैं, उसी प्रकार इस फिल्म को भी प्यार देंगे।” उन्होंने फिल्म देखने के अनुभव के महत्व पर भी जोर दिया और कहा, “थिएटर कभी खत्म नहीं होगा। यह वह जगह है जहां लोग अपने दुख भूल कर सपनों की दुनिया में खो जाते हैं।”

रणदीप और विनीत ने भी थियेटर के महत्व की पुष्टि की। रणदीप ने कहा कि ग्रुप में बैठकर फिल्म देखने का अनुभव अद्वितीय होता है, जहां दर्शक एक साथ हंसते और रोते हैं। विनीत ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि उनकी फिल्म ‘छावा’ ने उन्हें यह एहसास कराया कि सिनेमा लोगों को एक साथ लाता है। सनी की फिल्मों को ट्रक और ट्रैक्टर में भरकर देखने की बातें आज भी लोगों में ताजा हैं, जो दर्शाते हैं कि सिनेमा का जादू अभी भी बरकरार है।