पैन इंडिया स्टार के रूप में पहचान बना चुकीं रश्मिका मंदाना का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘किरिक पार्टी’ से की थी, लेकिन इसके बाद उन्हें अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कई बार उन्हें डबल शिफ्ट्स में काम करना पड़ा, स्क्रीन टेस्ट देने पड़े और कई बार रिजेक्शन का सामना भी करना पड़ा। लेकिन रश्मिका ने कभी हार नहीं मानी। उनके लिए यह सफलता का एक कदम था, जो बाद में ‘पुष्पा’ की रिलीज के साथ ही हर घर में उनकी पहचान बना गई। हाल ही में उन्होंने अपनी पहली सोलो फिल्म ‘द गर्लफ्रेंड’ को लेकर दैनिक भास्कर के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने संघर्ष, स्टारडम और नए प्रोजेक्ट पर खुलकर चर्चा की।
रश्मिका ने अपने सफर के दौरान महसूस किया कि कई बार उनका शरीर भी थक जाता था, लेकिन उन्होंने कभी काम करना नहीं छोड़ा। वह बताती हैं कि यह एक बेहद कठिन समय था, जब कठिनाइयों के बावजूद भी उन्हें सेट पर जाना पड़ता था। अपने शरीर की परेशानियों के बावजूद, जैसे हाथ जलना या पेट दर्द, वह खुद को संभालती रहीं। इस दौरान उन्होंने खुद से वादा किया कि उनका संघर्ष बेकार नहीं जाएगा और जब भी वह निराश होती थीं, खुद को यह बताती थीं कि “अच्छे दिन आएंगे।” यही मनोबल उनके लिए सबसे बड़ी ताकत बनी।
रश्मिका ने यह स्पष्ट किया कि वह अपनी सबसे बड़ी प्रतियोगिता खुद को मानती हैं। वह कभी पूरी तरह संतुष्ट नहीं होतीं और हर फिल्म के बाद अपने प्रदर्शन पर विचार करती हैं कि “अब इससे बेहतर क्या कर सकती हूं?” उन्हें अपने काम में आत्मविश्वास की कमी महसूस होती थी, लेकिन समय के साथ उन्होंने अपने आपको काफी इवॉल्व किया है। आज उन्हें यकीन है कि जब वह स्क्रीन पर आती हैं, तो दर्शक उन पर ध्यान देते हैं।
उनकी नई फिल्म ‘द गर्लफ्रेंड’ उनके लिए खास मायने रखती है। रश्मिका इसे अपनी “बेबी फिल्म” मानती हैं, क्योंकि इस फिल्म में जिम्मेदारी पूरी तरह उनके ऊपर है। उन्होंने बताया कि यह एक अलग तरह की कहानी है, जिसमें इमोशन और ड्रामा दोनों मौजूद हैं। फिल्म की पूरी टीम ने इसमें दिल से मेहनत की है और रश्मिका को पूरा विश्वास है कि दर्शक इस फिल्म को जरूर पसंद करेंगे। वह चाहती हैं कि लोग उन्हें ऐसे अपनाएं जैसे ‘घर की बेटी’ को अपनाया जाता है। रश्मिका की सोच यह है कि वह लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाना चाहती हैं, और यही वजह है कि वह हर फिल्म में अपनी सारी मेहनत और लगन देती हैं।
इन सभी बातों के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि रश्मिका मंदाना ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनका आत्मविश्वास अब पहले से कहीं अधिक है और ऐसा लगता है कि यह सफर अभी और भी आगे बढ़ेगा। उनके संकल्प और मेहनत से यह भी साबित होता है कि एक अभिनेत्री के लिए केवल स्टारडम होना जरूरी नहीं है, बल्कि सही तरीके से लोगों के दिलों में जगह बनाने का भी बड़ा महत्व है।