लुधियाना में दहला देने वाली घटना: बेटी से छेड़छाड़ के बाद अपहरण, पिता गिरफ्तार!

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पंजाब के लुधियाना शहर से एक अत्यंत चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सराभा नगर, जो कि लुधियाना के पॉश इलाकों में से एक माना जाता है, में एक पिता ने अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसे कार की पिछली सीट पर धकेलकर अपहरण करने का प्रयास किया। आरोपित पिता ने अपनी बेटी को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाने की कोशिश की, लेकिन जब कार सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, तब पीड़िता ने मौका देखकर कार से कूदने का साहस जुटाया। उसने शोर मचाया, जिसके परिणामस्वरूप आरोपी घटनास्थल से भागने में सफल हो गया।

12वीं कक्षा की छात्रा पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके माता-पिता में वैवाहिक विवाद के चलते 2022 से अलगाव चल रहा है। उसकी बड़ी बहन अपनी मां के साथ रहती है, जबकि पिता ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया। मार्च 2024 से वह अपने पिता के साथ रहने लगी थी, जबकि इससे पहले वह छात्रावास में रह रही थी। पीड़िता ने इस बात का भी आरोप लगाया है कि उसके पिता, जो नशे के आदी हैं, अक्सर उसके साथ मारपीट करते थे।

घटनाक्रम के अनुसार, 3 मार्च को जब पीड़िता कपड़े बदल रही थी, तब उसके पिता ने दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया। उसने अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह कपड़े बदल रही है, लेकिन इसके बावजूद उसके पिता ने दरवाजे को खोल दिया। आरोपित पिता ने उसके गुप्तांगों पर मुक्के मारे और गला घोंटने का प्रयास किया। इसके बाद, उसे घसीटकर बाहर निकालकर कार की पिछली सीट पर धकेल दिया गया। जबकि पिता उसका अपहरण करने का प्रयास कर रहा था, कार का नियंत्रण उसके हाथ से छूट गया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

इस हादसे के बाद, पीड़ित बेटी ने हिम्मत दिखाई और कार से बाहर कूदकर शोर मचाना शुरू कर दिया। मौके पर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए, और उन्होंने पीड़िता को सहारा दिया। बाद में, उसने अपनी मां और बहन को बुलाया और अंततः पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। डिवीजन नंबर 5 के पुलिस थाने ने आरोपित के खिलाफ IPC की धारा 74 (छेड़छाड़) और 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत FIR दर्ज की है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सर्च अभियान जारी है। इस घटना ने न केवल पीड़िता के जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि समाज में सुरक्षा और नाबालिगों की सुरक्षा के मुद्दों पर भी सवाल उठाए हैं। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि हमें ऐसे मामलों में सजग रहना होगा और परिवारों में होने वाले विवादों को सुलझाने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।