टेलीविजन की जानी-मानी एक्ट्रेस रागिनी खन्ना ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने करियर और पारिवारिक संबंधों को लेकर कुछ दिलचस्प बातें साझा की हैं। रागिनी, जो ‘ससुराल गेंदा फूल’ के लिए मशहूर हैं, ने बताया कि अभिनेता गोविंदा उनके मामा हैं, लेकिन उनके करियर में उनकी कोई खास भूमिका नहीं रही। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि कैसे अपने शुरुआती दिनों में उन्हें संघर्ष करना पड़ा, जबकि गोविंदा उस समय के सबसे बड़े फिल्मी सितारों में से एक थे।
इंटरव्यू में रागिनी ने बताया कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में कई छोटे और मझोले रोल किए और कभी-कभी बैकग्राउंड एक्ट्रेस के रूप में भी काम किया। जब उनसे पूछा गया कि गोविंदा सुपरस्टार होने के बावजूद उन्हें ऐसा करना पड़ा, तो उन्होंने कहा कि जब वे छोटी थीं, तब गोविंदा अक्सर काम में व्यस्त रहते थे और घर पर नहीं होते थे। उनके घर में लोग अक्सर कहते थे कि रागिनी को भी हीरोइन बनना चाहिए, लेकिन रागिनी ने खुद को इस दबाव से दूर रखते हुए फिल्मों के कई ऑफर्स ठुकरा दिए थे।
रागिनी ने यह भी बताया कि अगर उन्होंने गोविंदा से मदद मांगी होती, तो उनके माता-पिता की नजर में उनकी इज्जत कम हो जाती। उन्होंने अपनी सोच को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह चाहती थीं कि उनकी मेहनत और कड़ी कोशिशें ही उनके करियर को आगे बढ़ाएं। रागिनी ने यह स्वीकार किया कि अगर वे ताकतवर रिश्तों से मदद मांगतीं, तो भले ही उन्हें तात्कालिक सफलता मिलती, लेकिन उनकी आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती।
साथ ही, रागिनी ने सुनीता आहूजा, जो गोविंदा की पत्नी हैं, के साथ अपने रिश्ते पर भी बात की। उन्होंने कहा कि वे पहले नियमित रूप से मिलती थीं, लेकिन जब रागिनी ने अपने करियर की शुरुआत की, तो दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं। रागिनी ने इस बात का भी जिक्र किया कि करियर के चलते उन्हें अपने कजिन्स से भी मिलनाजुलना तक छोड़ देना पड़ा और उनकी सारी प्राथमिकताएँ केवल करियर बन गई थीं।
रागिनी खन्ना को आखिरी बार 2020 में फिल्म ‘घूमकेतु’ में देखा गया था। तब से लेकर अब तक वह फिल्मों और टेलीविजन शो से दूर हैं, जो उनके फैंस के लिए चिंता का विषय बन चुका है। आशा करते हैं कि रागिनी जल्द ही किसी नए प्रोजेक्ट में नजर आएँगी और दर्शकों को एक बार फिर से अपने अभिनय का जादू दिखाएँगी।