केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग से जुड़े अनमोल बिश्नोई और अन्य शूटरों के खिलाफ अमेरिकी एजेंसियों को नया डोजियर सौंपा है। इस डोजियर में खास तौर पर पंजाब के गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान पर हुई फायरिंग जैसे मामलों का जिक्र किया गया है। यह पहली बार है जब भारत ने किसी गैंगस्टर के संदर्भ में अमेरिका को दस्तावेज भेजा है, जिसके बाद से अनमोल को भारत वापिस लाए जाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हाल ही में अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया था, जिसके तहत अनमोल बिश्नोई को भी वापस लाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, अनमोल बिश्नोई अमेरिका भागा था जब उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी। वह मेक्सिको के रास्ते अमेरिका पहुंचा और वहां से भारतीय गैंगस्टर लॉरेंस के लिए अपने देश में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। एनआईए का मानना है कि अनमोल ने अमेरिका से ही लॉरेंस के अन्य गुर्गों के साथ मिलकर आपराधिक गतिविधियों की योजना बनाई। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब ज्ञात हो की लॉरेंस गैंग का सरगना इस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद है।
इसके अलावा, अनमोल बिश्नोई का नाम उस मामले में भी आया है जहां पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई थी। इस हत्या की साजिश में अनमोल का प्रमुख हाथ था, जिसने हरियाणा और पंजाब के शूटरों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। यह वारदात उस समय हुई जब अनमोल ने बाबा सिद्दीकी को सरेआम गोली मारकर फरार हो गया था। यह घटना उस क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय रही है और अनमोल की गिरफ्तारी से जुड़े डर ने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया था।
इस समय, एनआईए ने अमेरिका के खुफिया विभाग को अनमोल और उसके गैंग के अन्य सदस्यों की जानकारी उपलब्ध कराई है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि अनमोल को जल्द ही भारत वापस लाया जा सकेगा। यदि ऐसा होता है तो यह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, क्योंकि अनमोल जैसे गैंगस्टरों को पकड़ने से अपराधों की श्रृंखला में कमी आ सकती है। भारतीय सुरक्षा बलों ने अंतरराष्ट्रीय समन्वय के जरिए इसे सुनिश्चित करने की दिशा में सक्रियता दिखाई है।
इस प्रकार, एनआईए की ओर से भेजा गया डोजियर और अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी की संभावनाएं भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सजगता और अमेरिका के साथ सहयोग बढ़ाने के प्रयासों को दर्शाती हैं। इससे भविष्य में दोनों देशों के बीच आपराधिक मामलों को लेकर और अधिक प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद की जा सकती है।