पंजाब के अमृतसर से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहाँ एक प्रिंसिपल को विदेशी नंबरों से फोन कर फिरौती की मांग की गई है। यह मामला पुलिस के समक्ष आने के बाद अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। इसमें उल्लेखनीय है कि पुलिस ने इस धमकी का एक प्रमुख संदिग्ध, गैंगस्टर डोनी बल सठियाला, के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही भी आरम्भ कर दी है। यह समस्या उस समय बढ़ी जब श्री गुरु हरगोबिंद पब्लिक स्कूल, मल्लियां के प्रिंसिपल डॉ. पलविंदर पाल सिंह को जान से मारने की धमकियां मिलीं।
प्रिंसिपल डॉ. पलविंदर पाल सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि वे पिछले 11 वर्षों से अपनी पदवी पर कार्यरत हैं। उनके द्वारा प्राप्त फोन कॉल में बातचीत करने वाले व्यक्ति ने खुद को डोनी बल सठियाला बताया और उनसे एक करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की। इसके साथ ही, कॉल करने वाले ने जानमाल के नुकसान की भी धमकी दी। महत्त्वपूर्ण बात यह है कि 25 जनवरी 2025 से 5 फरवरी 2025 के बीच उन्हें विभिन्न अंतरराष्ट्रीय नंबरों से कॉल्स आईं, जिनमें +351925648524, +35796174023 और +35796440670 शामिल हैं। कॉल करने वाले ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि मांगी गई रकम नहीं दी गई तो उन्हें और उनके परिवार को गोलियों से भूनने की धमकी दी गई।
प्रिंसिपल ने अपनी आपबीती पुलिस के समक्ष रखी और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई करते हुए औपचारिक शिकायत दर्ज कर ली। इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कॉल्स के स्रोत और कॉल करने वाले की पहचान के लिए साइबर सेल की सहायता ली जा रही है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रिंसिपल डॉ. पलविंदर और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
पुलिस के अनुसार, मामला गंभीर है और इसके समाधान के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस तरह की घटनाएँ समाज में सुरक्षा की भावना को प्रभावित करती हैं, इसलिए पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई कर रहा है। इसके साथ ही, ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए प्रशासन को भी सजग रहना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
यह घटना न केवल प्रिंसिपल के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें इस प्रकार के अपराधों के प्रति मुखर रहना होगा। पुलिस का दावा है कि वे जल्दी ही आरोपियों को पकड़ने में सफल होंगे और इस मामले में न्याय सुनिश्चित करेंगे। इस बीच, प्रिंसिपल और उनके परिवार की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार के खतरे से बचाया जा सके।