बैठक में रकबा समर्पण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन किसानों ने समितियों में धान बेचा है, उनका रकबा समर्पण तत्काल पूरा कराया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। धान विक्रय टोकन वितरण प्रक्रिया को और बेहतर बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने निर्देशित किया कि छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता के साथ टोकन उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही यूएफआर से जुड़े सभी लंबित कार्यों को चार दिनों के भीतर अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
धान खरीद केंद्रों की निगरानी को और मजबूत करने हेतु उन्होंने सभी समितियों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित कर उनका लाइव व्यू कलेक्टर कक्ष में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि खरीद और उठाव की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा सके। अवैध धान परिवहन एवं कोचियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए उन्होंने सभी निगरानी टीमों को सतर्क रहने और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने कहा।
बैठक में अपर कलेक्टर इंदिरा देवहरी, डिप्टी कलेक्टर मनोज मरकाम, खाद्य अधिकारी बसंत कोराम, उप संचालक कृषि मोनेश साहू, सीओसीसीबी से गोस्वामी सहित विभिन्न समितियों के प्रबंधक उपस्थित थे।