द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति को सोमालियों के खिलाफ गुस्सा ऐसे समय पर आया है जब संयुक्त राज्य अमेरिका आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन मिनेसोटा में सोमाली प्रवासियों को बाहर निकालने की योजना तैयार कर रहा है। यह बैठक दो घंटे तक चली। ट्रंप इस अभियान से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा की। युद्ध सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि रणनीति तैयार की जा रही है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, एक संघीय अधिकारी ने कहा कि मिनियापोलिस और सेंट पॉल (मिनेसोटा) में एक नया अभियान शुरू होने वाला है। इस अभियान के दौरान सोमाली प्रवासियों को निशाना बनाया जाएगा। यह अभियान सबसे पहले मिनियापोलिस से शुरू होगा। कैबिनेट बैठक के आखिर में ट्रंप ने यह कहा कि “मैं उन्हें अपने देश में नहीं चाहता। उनका देश किसी वजह से अच्छा नहीं है। उनके देश से बदबू आती है और हम उन्हें अपने देश में नहीं चाहते।”
ट्रंप ने सोमालियाई प्रवासी कम्युनिटी और मिनेसोटा डेमोक्रेटिक रिप्रेजेंटेटिव इल्हान उमर को कचरा कहा। राष्ट्रपति ने कहा उन्हें वहां वापस चले जाना चाहिए जहां से वे आए थे। उल्लेखनीय है कि सोमालिया उन 19 देशों में से एक है जिस पर ट्रंप ने कड़े यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रंप ने सोमालिया को एक ऐसा देश बताया है जहां “कोई कानून नहीं, कोई पानी नहीं, कोई मिलिट्री नहीं, कुछ भी नहीं है।”