शिविर के दौरान जिला परिवहन अधिकारी किशनलाल माहौर और सड़क सुरक्षा सेल आरक्षक अवध राम सिन्हा द्वारा विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया गया। प्रस्तुति के माध्यम से हेलमेट की अनिवार्यता, तेज गति से वाहन चलाने के खतरे, दोपहिया पर अधिक सवारी बैठाने से होने वाले नुकसान तथा सड़क को रनवे की तरह प्रयोग करने से होने वाले जोखिमों को सरल, रोचक व प्रभावी तरीकों से समझाया गया। वास्तविक उदाहरण, वीडियो क्लिप्स और प्रश्न–उत्तर के जरिए बच्चों को सड़क सुरक्षा से जोड़ते हुए जोखिम रहित ड्राइविंग का स्पष्ट संदेश दिया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों से यातायात नियमों का पालन करने और परिवार व समाज को भी इसके लिए प्रेरित करने की शपथ दिलाई गई। विद्यालय प्रबंधन ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहल छात्रों के जीवन की सुरक्षा से सीधे जुड़ी है और पुलिस विभाग का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है।नारा-“सुरक्षित चलें- सुरक्षित पहुंचें,आपका परिवार आपका इंतज़ार कर रहा है।”