डिजिटाइजेशन की समय सीमा बढ़ाई गई
निर्वाचन आयोग ने गणना पत्रक डिजिटाइजेशन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 11 दिसंबर कर दी थी। इसके बाद जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पुनरीक्षण का काम तेजी से किया गया। पुष्पराजगढ़ और कोतमा विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 500 मतदाताओं का कार्य अभी बाकी है, जिसे देर शाम तक पूरा कर लेने की उम्मीद है।
16 दिसंबर के बाद भेजेगे नोटिस
जिन 8000 मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो सकी है, उन्हें आयोग नोटिस भेजकर अपनी पहचान साबित करने के लिए दस्तावेज जमा कराने को कहेगा। मतदाता इनमें से किसी एक मान्य दस्तावेज के आधार पर अपनी जानकारी सत्यापित कर सकेंगे।
12 दस्तावेज होंगे मान्य
निर्वाचन आयोग ने 12 दस्तावेजों को स्वीकार्य माना है, जिनमें सरकारी पहचान पत्र, जन्म प्रमाण-पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण-पत्र, स्थायी निवास प्रमाण-पत्र, वन अधिकार प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, पारिवारिक रजिस्टर और भूमि/मकान आवंटन प्रमाण-पत्र शामिल हैं। आधार से संबंधित प्रक्रिया आयोग के 9 सितंबर 2025 के निर्देशों के अनुसार लागू होगी।
अगले चरण में होगी सूची का अंतिम रूप
दस्तावेजों की जांच और सत्यापन के बाद मतदाताओं की जानकारी को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिला प्रशासन का कहना है कि पूरी प्रक्रिया को तय समय सीमा में पूरा करने के लिए टीम लगातार काम कर रही है।