हिमाचल में बर्फबारी की संभावना, मनाली में रही सीजन की सबसे सर्द रात

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विभाग के अनुसार 8 से 12 दिसंबर तक मौसम फिर से साफ रहेगा, लेकिन अगले दो दिनों तक राज्य के मैदानी इलाकों में अनेक स्थानों पर घना कोहरा छाने का अलर्ट जारी किया गया है। आज बिलासपुर में कोहरे के कारण दृश्यता केवल 100 मीटर दर्ज की गई, जबकि मंडी में भी कोहरे का असर देखने को मिला। दिसंबर की सुखी ठंड ने लोगों को और अधिक परेशान किया है क्योंकि प्रदेश में पिछले एक माह से बादल नहीं बरसे हैं, जिसके चलते बारिश और बर्फबारी दोनों की कमी महसूस की जा रही है। इसका सीधा प्रभाव खेती-बाड़ी पर पड़ रहा है और गेहूं सहित अन्य फसलों की बिजाई प्रभावित हुई है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मौसम इसी तरह सूखा रहा तो फसलों के विकास और उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति और किन्नौर में न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे बना हुआ है और प्राकृतिक जलस्रोत जम गए हैं। कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -5.6 डिग्री, ताबो में -4.4 डिग्री और किन्नौर के कल्पा में -0.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राज्य के कई अन्य शहर भी कड़ाके की ठंड से प्रभावित हैं और एक दर्जन शहरों का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे चला गया है।

अन्य शहरों के न्यूनतम पारे की बात करें तो शिमला में 8.6, सुंदरनगर में 2, भुंतर में 1.5, धर्मशाला में 6, ऊना में 5.9, नाहन में 10.3, पालमपुर में 3, सोलन में 3, कांगड़ा में 4.4, मंडी में 3.1, बिलासपुर में 6.7, हमीरपुर में 3.2, कुफरी में 5.2, जुब्बड़हट्टी में 7.8, नारकंडा में 2.2, रिकांगपिओ में 2.1 और सराहन में 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

राज्य का औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया है और पिछले 24 घंटों में न्यूनतम पारे में 0.2 डिग्री की गिरावट आई है। मैदानी भागों में भीषण ठंड ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है और सुबह-शाम सड़कों पर आवाजाही कम देखी जा रही है।