पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण राजर्षि राज ने बताया कि प्रतीक शर्मा ने 10 दिसंबर 2025 को मामला दर्ज कराया था कि रेलवे भर्ती बोर्ड की ग्रुप डी की परीक्षा का सेंटर सीतापुरा में आया था। जहां पर आरोपित ऋषभ रंजन उर्फ रिषभ रंजन (27) निवासी बिहार डमी अभ्यार्थी बनकर के मूल अभ्यार्थी अभिषेक मीना के लिए उसका एडमिट कार्ड व दस्तावेज लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचा। जिसके चेहरे बॉयोमैट्रिक के स्कैन के दौरान उसका चेहरा मैन नहीं हुआ और वह भी पकड़ा गया। वहीं मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने अनुसंधान कर आरोपित ऋषभ रंजन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित ऋषभ रंजन का सहयोगी गौतम कुमार उर्फ गोटी (28) निवासी बिहार ने भी पूर्व में कानपुर,प्रयागराज में इस तरह से फर्जी पेपर दिए थे। पुलिस ने गौतम कुमार को भी दस्तयाब कर लिया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित ऋषभ रंजन को न्यायालय में पेश कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है । वहीं सह आरोपित गौतम कुमार से पूछताछ जारी है। पुलिस ने गौतम कुमार उर्फ गोटी को तकनीकी सहायता व मुखबिर की सूचना पर कानोता से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गौतम कुमार डमी छात्र तैयार कर पेपर दिलाने का काम करता है । पुलिस गिरफ्तार आरोपित से जयपुर में कहां-कहां और कब-कब परीक्षा में तथा किस के सहयोग से छात्रों के जगह किस परीक्षा में डमी छात्र बैठाए और किस के सहयोग से डमी कैंडिडेट बैठाने का काम किया। इस मामले में पुलिस गहनता से पूछताछ करने में जुटी है।