जांजगीर-चांपा, 30 दिसंबर । छत्तीसगढ़ शासन की समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीद की जा रही है। शासन की इस किसान हितैषी व्यवस्था ने खेतों में महीनों की मेहनत करने वाले अन्नदाताओं के चेहरों पर संतोष और आत्मविश्वास की मुस्कान ला दी है। कड़ी धूप, बारिश और मौसम की अनिश्चितताओं के बीच खेतों में दिन-रात मेहनत कर फसल तैयार करने वाले किसानों के लिए यह खरीदी व्यवस्था उनकी मेहनत का सच्चा सम्मान बनकर सामने आई है। जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में खरीदी की प्रक्रिया तेज़ी और सुव्यवस्था के साथ जारी है। ऑनलाइन व ऑफलाइन टोकन व्यवस्था, सरल प्रक्रिया और समयबद्ध भुगतान ने किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा से मुक्त किया है।
इसी क्रम में धान उपार्जन केंद्र पेंड्री में पहुँचे किसान नरेश रात्रे ने 30.80 क्विंटल धान का विक्रय किया। उन्होंने बताया कि फसल उगाने में बीज, खाद, सिंचाई और श्रम पर काफी मेहनत व लागत आती है, ऐसे में जब उपज का सही मूल्य समय पर मिल जाता है, तो किसान का मनोबल कई गुना बढ़ जाता है। किसान श्री रात्रे ने कहा कि केंद्र में नमी परीक्षण, तौल, टोकन वितरण सहित पूरी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और व्यवस्थित है। उन्होंने विशेष रूप से “तुंहर टोकन” मोबाइल ऐप की सराहना करते हुए बताया कि इस डिजिटल सुविधा ने भीड़, लंबी कतारों और अनावश्यक इंतजार की समस्या को पूरी तरह खत्म कर दिया है। घर बैठे ऑनलाइन टोकन बुक कर निर्धारित समय पर पहुँचते ही धान की खरीदी हो जाती है, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होती है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की यह व्यवस्था किसानों की मेहनत को सही सम्मान देने वाली है। धान खरीदी केंद्रों में छांव, पेयजल, शौचालय जैसी सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध होने से किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती और वे सम्मानपूर्वक अपनी उपज विक्रय कर पा रहे हैं।
जिले में कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशन में प्रशासनिक टीम द्वारा धान खरीद केंद्रों की लगातार निगरानी की जा रही है। बेहतर प्रबंधन, सतत मॉनिटरिंग और सुव्यवस्थित व्यवस्था के कारण जिले में धान खरीदी कार्य पूर्ण पारदर्शिता, गति और सुगमता के साथ संपन्न हो रहा है।