शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए बिरला ने ताशकंद में 150वीं अंतर-संसदीय संघ की सभा के दौरान शाल्व पापुआश्विली से अपनी पूर्व बैठक की चर्चा की और भारत एवं जॉर्जिया के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित दीर्घकालीन मित्रतापूर्ण संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जॉर्जिया की संसद में सक्रिय रूप से कार्यरत जॉर्जिया–भारत संसदीय मैत्री समूह की सराहना की और कहा कि भारत की संसद भारत–जॉर्जिया संसदीय मैत्री समूह के गठन की प्रक्रिया में है ताकि आपसी संसदीय संबंध और मजबूत हों।
वार्ता के दौरान, दोनों पक्षों ने संस्थागत सहयोग को सुदृढ़ करने, सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान और संसदीय समितियों की भूमिका को बढ़ाने पर चर्चा की। बिरला ने भारत की संसदीय समितियों—वित्तीय समितियों, विभागों से संबद्ध स्थायी समितियों, आवास समितियों, तथा संयुक्त व प्रवर समितियों की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी तथा पारदर्शी निर्णय लेने और विभिन्न पार्टियों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नियमित संसदीय आदान-प्रदान लोकतांत्रिक परंपराओं को सुदृढ़ करने और विधायी प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए आवश्यक हैं।
आर्थिक और क्षेत्रीय सहयोग के बारे में लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि जॉर्जिया में विशेषकर इस्पात, कृषि, सेवा और अवसंरचना क्षेत्र में भारतीय निवेश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, स्वच्छ ऊर्जा, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में सहयोग की पर्याप्त संभावनाएं हैं। बिरला ने जॉर्जिया में अध्ययनरत भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ने पर प्रसन्नता व्यक्त की और उनके कल्याण, सुरक्षा और अनुकूल अध्ययन वातावरण सुनिश्चित करने के लिए जॉर्जिया सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने पर्यटन संबंधों में वृद्धि और दोनों देशों के बीच बेहतर संपर्क का भी स्वागत किया।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा आयोजित शिष्टमंडल सम्मान समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा, संसद सदस्य डॉ. हर्ष वर्धन श्रिंगला, डॉ. शबरी बायरेड्डी और नव चरण माझी भी उपस्थित रहे।
इससे पहले दिन में, जॉर्जिया के शिष्टमंडल ने विशेष दीर्घा से लोक सभा की कार्यवाही का अवलोकन किया और 140 करोड़ नागरिकों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और भारत के संसदीय लोकतंत्र की जीवंतता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया।