वीडियो कब और कहां का है, इसका पता भी नहीं चल सका है, लेकिन वीडियो सामने आने के बाद मामले ने और ज्यादा तूल पकड़ लिया है। इस वीडियो पर सफाई देते हुए संतोष वर्मा ने कहा कि बैठक में उन्होंने वही बातें दोहराईं जो उनसे भीम आर्मी के संस्थापक और नगीना (यूपी) से सांसद चंद्रशेखर रावण ने फोन पर कही थी। वर्मा का दावा है कि यह वीडियो अजाक्स संघ की आंतरिक चर्चा का हिस्सा है और इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ वह बात दोहराई थी जो चंद्रशेखर रावण ने कही थी। किसी तरह की उकसाने वाली टिप्पणी नहीं की।
ब्राह्मण समाज ने कड़ा विरोध जताया
आईएएस संतोष वर्मा के इस नए वीडियो के वायरल होने के बाद ब्राह्मण संगठन ने नाराजगी जाहिर की है। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने चेतावनी दी है। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के नेता पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण बेटियों को लेकर अनर्गल बयान देने पर सरकार ने अब तक वर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। अगर जल्द ही उन पर एफआईआर और कार्रवाई नहीं हुई तो ब्राह्मण समाज सड़क पर उतरने पर मजबूर हो जाएगा।
आईएएस अवॉर्ड वापस लें, पीएमओ को पत्र लिखा
वहीं, करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष चेतन सिंह राजपूत ने संतोष वर्मा से आईएएस अवॉर्ड वापस लेने केंद्र को पत्र लिखा है। राजपूत ने प्रधानमंत्री कार्यालय, संघ लोक सेवा आयोग के सचिव और मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश को पत्र लिखा है। संघ लोक सेवा आयोग के सचिव को पत्र लिखकर वर्मा के सरकारी सेवक के रूप में आचरण और बयानों की स्वतंत्र रूप से जांच कराने, उनके कर्तव्य को देखते हुए उनकी आईएएस सेवा को समाप्त करने और संवेदनशील पदों पर बैठे अधिकारियों के गलत आचरण करने पर सख्त सजा देने की मांग की है। बता दें संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लगातार मांग उठ रही है।