प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब 4:15 बजे रेस्टोरेंट के पीछे से घना काला धुआँ उठता दिखाई दिया। देखत-देखते आग तेजी से फैल गई और पूरी झोपड़ी को अपने आगोश में ले लिया। इस बीच कई परिवार बच्चों को कंधे पर उठाए भागे, वहीं कुछ ग्राहक घबराहट में अपनी प्लेटें और मोबाइल आदि साथ लेकर जान बचाकर भागने लगे।
आग की सूचना पर सिविल लाइंस फायर स्टेशन से तीन दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। टीम ने तुरंत आग बुझाने का अभियान शुरू किया। लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। समय रहते आग नियंत्रित न होती तो आसपास की अन्य झोपड़ियाँ और रेस्टोरेंट का पूरा ढांचा चपेट में आ सकता था।
अग्निशमन अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि बड़ा हादसा टल गया। आग के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक रूप से शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। हालांकि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन फर्नीचर व संरचना को भारी नुकसान पहुंचा है।
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