अयोध्या, 28 दिसंबर । श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित प्रतिष्ठा द्वादशी (पाटोत्सव) के अंतर्गत दूसरे दिन रविवार को यज्ञशाला में तत्त्वकलश, तत्त्वहोम,मन्युसूक्त होम, रामतारकमंत्रहोम आदि अनुष्ठान सम्पन्न किए गए। सांध्य बेला में देवविग्रह की पालकी यात्रा निकाली गई। पालकी प्रतिदिन श्रीराम मन्दिर की तीन परिक्रमा करती है। अनुष्ठान भर यह क्रम चलेगा।
अनुष्ठानों का शुभारंभ शनिवार प्रातः विधिवत रूप से हो रहा है। रामनगरी अयोध्या आध्यात्मिक उल्लास और भक्ति के वातावरण में सराबोर दिखाई दी।पूजन में लगे आचार्यों के अनुसार यह अनुष्ठान सृष्टि तत्वों को संतुलित करने का वैदिक विज्ञान है।जो अधर्म,बाधा और अशांति का निवारण भी करता है।
राम जन्मभूमि परिसर में पालकी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ प्रभु श्रीराम के दर्शन किए। दीपों और पुष्पवर्षा से वातावरण भक्तिमय हो गया। पांच दिनों तक चलने वाला यह पावन अनुष्ठान विद्वान वैदिक आचार्यों द्वारा संपन्न कराया जा रहा है। संपूर्ण आयोजन का मार्गदर्शन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी जगद्गुरु मध्वाचार्य जी द्वारा किया जा रहा है।
प्रतिष्ठा द्वादशी पाटोत्सव के अवसर पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति देखी जा रही है। प्रशासन एवं मन्दिर ट्रस्ट द्वारा सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं।