निरीक्षण के दौरान उन्होंने नव-निर्मित सड़क की गुणवत्ता, इस्तेमाल की गई सामग्री और पूरी निर्माण प्रक्रिया का बारीकी से अवलोकन किया। निरीक्षण में कई स्थानों पर निर्माण मानकों का पालन नहीं पाया गया तथा कार्य अधूरा भी मिला। इस पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।
मंत्री ने अधिकारियों और निर्माण एजेंसी को पूरे मार्ग का पुनः निर्माण मानक गुणवत्ता के साथ कराने तथा तय समयसीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों पर आमजन की आवाजाही, स्वास्थ्य सेवाएं, एंबुलेंस सुविधा और बच्चों की शिक्षा निर्भर होती है, इसलिए कार्य में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन मौजूद रहे।