फरीदाबाद, 13 नवंबर । दिल्ली विस्फोट मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम गुरुवार को हरियाणा पुलिस के साथ फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची। यहां सर्च के दौरान आतंकी डॉ. शाहीन सईद के फ्लैट के सामने से एक ब्रेजा कार बरामद की है। इसकी पुष्टि फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस बरामद ब्रेजा कार की जांच कर रही है। यह बरामदगी संयुक्त ऑपरेशन का हिस्सा है।बुधवार को विवि प्रबंधन ने पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ते हुए एक लिखित बयान जारी किया था। उस बयान में भी गाड़ी विवि परिसर में होने की बात को छिपाया गया था।
शाहीन सईद दिल्ली ब्लास्ट में आरोपित है और यूनिवर्सिटी में कार्यरत थी। कार डॉ. शाहीन सईद के नाम पर पंजीकृत है और सितंबर 2025 में खरीदी गई थी। यह गाड़ी गुरुवार को यूनिवर्सिटी के ब्लॉक नंबर-15 के फ्लैट नंबर 32 के बाहर खड़ी मिली। कार की ड्राइविंग सीट पर सफेद कोट और पानी की खाली बोतल रखी थी। एनआईए टीम ने कार को मौके से अपने कब्जे में नहीं लिया और दोपहर तक वह परिसर में ही खड़ी रही। शाहीन सईद के सामने वाले ब्लॉक नंबर-17, फ्लैट नंबर-13 में दिल्ली ब्लॉस्ट का दूसरा आरोपित डॉ. मुजम्मिल शकील रहता था। दोनों के बीच लगातार संपर्क था और एक-दूसरे के फ्लैट में आना-जाना आम बात थी। जांच एजेंसियों ने आज कई घंटे सर्च के दौरान दोनों के फ्लैटों से कई दस्तावेज जब्त किए हैं। आसपास के फ्लैटों की भी तलाशी ली गई। सूत्रों के मुताबिक, डॉ. शाहीन के पास एक और स्विफ्ट कार भी है, जिसे अक्सर मुजम्मिल चलाता था। जांच के दौरान हरियाणा पुलिस का बम निरोधक दस्ता, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट की टीम भी आज यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंची। बम निरोधक टीम ने परिसर के कई हिस्सों की जांच की और सुरक्षा कारणों से कुछ समय के लिए छात्रों और स्टाफ का प्रवेश रोक दिया गया। इस बीच, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के संस्थापक और ट्रस्टी जावेद अहमद सिद्दीकी भी जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गए हैं। सिद्दीकी पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे हैं। उनके खिलाफ 7.5 करोड़ रुपये की ठगी का एक पुराना केस भी फिर से खुल गया है, जिसमें उन्हें तीन साल की जेल हो चुकी है।——–