शिमला में सड़क धंसने से स्कूली बच्ची गड्ढे में गिरी, रस्सी से बचाई गई, मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने एनएचएआई पर उठाए सवाल

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धंसने के कारण बस का एक हिस्सा भी गड्ढे में लटक गया, हालांकि समय रहते चालक ने बस को रोक लिया और बड़ी दुर्घटना टल गई। सूचना मिलते ही ढली थाना पुलिस के एसएचओ अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।

इस हादसे को लेकर हिमाचल सरकार में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कड़ी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि एनएचएआई द्वारा किए जा रहे फोरलेन निर्माण की गुणवत्ता और कार्यप्रणाली पर फिर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि लगातार लापरवाही और खराब निर्माण के कारण पहले भी कई इमारतें ढह चुकी हैं और कुछ इमारतें ढहने की कगार पर हैं। मंत्री ने कहा कि आज की यह घटना बेहद चिंताजनक है क्योंकि अब बच्चों की जान पर सीधा खतरा पैदा हो रहा है। उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस घटना का संज्ञान लेने और जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि शिमला से परवाणू तक फोरलेन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। भट्ठाकुफ़र से कंडाघाट तक निर्माण तेजी से जारी है। इसी बरसात के मौसम में भट्ठाकुफ़र में पांच मंजिला भवन ढह गया था, जिसमें आरोप लगाए गए थे कि फोरलेन निर्माण के कारण भूमि लगातार कमजोर हो रही है। जिला प्रशासन ने उस मामले में निर्माण कर रही कंपनी को भवन मालिक को 5 करोड़ रुपये मुआवजा देने के निर्देश दिए थे।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही अब लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है।