अनूपपुर, 16 नवंबर । केन्द्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले की प्रसिद्ध धार्मिक नगरी अमरकंटक स्थित मां नर्मदा के उद्गम स्थल में पहुंचकर मां नर्मदा की पूजा अर्चना की। उन्होंने यहां सुबह नर्मदा उद्गम में पहले पूजा-अर्चना की और इसके बाद मां नर्मदा शक्तिपीठ के गर्भ गृह में पहुंचकर पूजन-अर्चन कर देश तथा प्रदेश के नागरिकों के कल्याण और सुख समृद्धि के लिए मां नर्मदा से कामना की ।
पूजन के पश्चात केंद्रीय मंत्री सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “मां नर्मदा विश्व कल्याण की अधिष्ठात्री शक्ति हैं, उनकी कृपा ही देश को ऊर्जा और स्थिरता प्रदान करती है। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पुष्पराजगढ़ वसीम अहमद भट्ट, राहुल पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि,पुजारी, एवं प्रशासनिक अधिकारी, आमजन उपस्थित रहे।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दो दिवसीय प्रवास पर रविवार को अमरकंटक पहुंचे, जहां आयोजित बैठक में उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से 2000 लोगों को रोजगार से जोड़ने की योजना की जानकारी दी। मंत्री ने यहां गोंड आर्ट से बनी चित्रकलाओं का अवलोकन भी किया।
घुसपैठियों पर जांच की मांग
केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में अवैध घुसपैठ की स्थिति चिंता का विषय है और इसपर गंभीरता से जांच की जरूरत है। अमरकंटक में मुस्लिम आबादी बढ़ने को लेकर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि “मैं अमरकंटक लगभग 25 सालों से आ रहा हूं। जब मैं पहली बार 1998 में आया था, तब यहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं था। अब यह अचानक कैसे बढ़ गए?” उन्होंने कलेक्टर से बाहरी लोगों की जांच करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने देश के मुसलमानों से अपील की कि वे इन घुसपैठियों को संरक्षण न दें। उन्होंने कहा कि “जब कोई पूछता है तो आप कह देते हैं कि यह मेरे खाला का लड़का है।
विदेशी मुसलमानों को संरक्षण न दें
उन्होंने बिहार में अपनी ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ का जिक्र करते हुए बताया कि वहां एक जिले में ‘देसी मुसलमान’ से ज्यादा ‘विदेशी मुसलमान’ हो गए हैं, खासकर बिहार के पूर्वांचल में। गिरिराज सिंह ने देसी मुसलमानों से निवेदन किया कि वे विदेशी मुसलमानों को संरक्षण न दें, क्योंकि उनके कारण ही इन्हें चिह्नित करने में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये घुसपैठिए पहले बच्चों का रोजगार छीनते हैं, संसाधनों का उपयोग करते हैं, फिर देश के खिलाफ आंदोलन करते हैं और पाकिस्तान की मदद करते हैं। उन्होंने देसी मुसलमानों से अपील की कि यदि कोई विदेशी मुसलमान आता है, तो वे इसकी सूचना अपने जिलाधिकारी को दें।