अध्यक्ष प्रो. राम सिंह आढ़ा ने बताया कि राजनीति विज्ञान विभाग में आयोजित कार्यक्रम में महिला अध्ययन केंद्र, जेएनवीयू की निदेशक डॉ. विजयश्री ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन करवाया तथा संविधान के मूल्यों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के प्रति आस्था बनाए रखने का संकल्प दिलाया। उन्होंने संविधान के महत्व और उसके आधारभूत सिद्धांतों पर भी प्रकाश डाला।
वहीं लोक प्रशासन विभाग में आयोजित संविधान दिवस समारोह में कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. ए. एल. मीणा ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन करवाया। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक भविष्य का मार्गदर्शक है, और विद्यार्थियों को इसके आदर्शों को व्यवहार में उतारने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. भीम राव अम्बेडकर और संविधान सभा के अन्य सदस्यों के योगदान को भी याद किया।
दोनों विभागों में आयोजित कार्यक्रमों ने विश्वविद्यालय समुदाय में संविधान के प्रति जागरूकता, उत्तरदायित्व और संवैधानिक नैतिकता को सुदृढ़ करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रमों में शिक्षकों, कार्मिकों, अतिथि शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।