शिपकी ला मार्ग से व्यापार पुनः शुरू करने का आग्रह, मुख्यमंत्री ने किया लवी मेले का समापन

Share

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि पदम राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामपुर में अगले शैक्षणिक सत्र से सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार से शिपकी ला मार्ग से पारंपरिक भारत-तिब्बत व्यापार दोबारा शुरू करने का आग्रह दोहराया और बताया कि शिपकी ला के रास्ते कैलाश-मानसरोवर यात्रा शुरू करने पर भी बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि रामपुर बुशहर और पूह होते हुए दर्रे तक सड़क मार्ग उपलब्ध होने से तीर्थयात्रा के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित करना सरल होगा।

उन्होंने कहा कि शिपकी ला से सीमा पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास सफल रहे हैं, जिसके चलते अब तक 70,000 से अधिक पर्यटक चीन सीमा से सटे हिमाचल की घाटियों का भ्रमण कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये पहलें रामपुर व किन्नौर के लोगों के लिए नए रोजगार और आर्थिक अवसर लेकर आएंगी।

लवी मेले की ऐतिहासिकता पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला भारत-तिब्बत के सदियों पुराने व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है तथा लोक परंपराओं के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के राष्ट्रीय सूचकांक में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में यह 21वें स्थान पर था। स्वास्थ्य सुविधाओं पर उन्होंने बताया कि आईजीएमसी शिमला और चम्याणा संस्थान को आधुनिक उपकरण छह माह के भीतर उपलब्ध करवा दिए जाएंगे तथा रोबोटिक सर्जरी की सुविधा राज्य में पहले ही शुरू हो चुकी है।

आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष 4,000 से अधिक परिवारों को 81 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है। उन्होंने केंद्र से वन भूमि पर पुनर्वास की अनुमति देने का अनुरोध किया ताकि भूमिहीन परिवारों को जमीन उपलब्ध करवाई जा सके।