उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नशे के खिलाफ एक जन-संग्राम की शुरूआत की है। उन्होंने बताया कि चिट्टे जैसे खतरनाक नशीले पदार्थों का विस्तार समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है, जिसे जड़ से समाप्त करने के लिए सरकार गम्भीरता सेें कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि महा वॉकथॉन का उद्देश्य नशे के खिलाफ सामूहिक चेतना का निर्माण, युवाओं में जागरूकता फैलाना, समाज के सभी वर्गों को इस जनअभियान से जोड़ना और जिला कांगड़ा को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत संदेश देना है।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में पंचायत स्तर पर एंटी चिट्टा तथा नशा निवारण समितियां गठित की जा रही हैं। ये समितियां स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नशा निवारण व इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में वॉकथॉन के आयोजन साथ ही कांगड़ा जिला में चिट्टे के खिलाफ अभियान का आगाज किया जाएगा। इसके पश्चात उपमंडल और अन्य स्तरों पर भी एंटी चिट्टा रैलियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में एंटी चिट्टा वालंटियर तैयार किये जाएंगे। पुलिस विभाग द्वारा अभियान को सफल बनाने के लिए वृहद रूपरेखा तैयार की जाएगी।