देश के विकास के लिए प्रत्येक गांव का समृद्ध होना जरूरी: चंद्र शेखर

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गुरुग्राम, 17 नवंबर । एसजीटी विश्वविद्यालय में सोमवार को हरियाणा के सरपंचों के लिए “ग्राम सभा का उदय ही अंत्योदय” विषय पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। पंच परमेश्वर विद्यापीठ के अध्यक्ष चंद्र शेखर प्रधान ने कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। कार्यशाला में हरियाणा पंचायत राज एक्ट, गांवों के विकास से संबधित अनेक विषयों पर वक्ताओं ने अपनी राय रखी। विधि संकाय की विभाग अध्यक्ष प्रो. ऋचा चौधरी ने कार्यशाला में आए सभी सरपंचों का स्वागत किया।

मुख्य अतिथि पंच परमेश्वर विद्यापीठ के अध्यक्ष चंद्र शेखर प्रधान ने कहा कि देश के विकास में गांवों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए प्रत्येक गांव का समृद्ध होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पंचायत अगर सशक्त और समृद्ध होगी तो देश भी विकसित होगा। उन्होंने अनेक विषयों के बारे में सरपंचों को अवगत कराया। ग्राम सभा और ग्राम पंचायत की शक्तियों तथा संविधान और ग्राम के विकास की योजनाओं की जानकारी भी दी।

इस मौके पर प्रधान ने गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे एसजीटी विश्वविद्यालय की भूमिका की भी सराहना की।

विधि संकाय की विभाग अध्यक्ष प्रो डा. ऋचा चौधरी ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गांव के लिए पंचायत वैसे ही जरूरी है जैसे कि शरीर के लिए एक आत्मा जरूरी है। सरपंच को गांव में किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उसका विश्वविद्यालय कैसे समाधान करते हुए सहयोग कर सकता है इसके बारे में विस्तार से बताया।

जावा गांव का प्रतिनिधित्व कर रही है महिला सरपंच प्रेमचरण ने कार्यशाला में अपने गांव के बारे में बताया तथा अच्छे कार्यों के लिए उनके गांव को मिले सात अवार्डों की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि विकास धरातल पर दिखाई दे इसके लिए जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि निगरानी कमेटी का गठन किया जाना चाहिए जो हर क्षेत्र में ध्यान रख सके। हमें अपनी बच्चियों को भी अराजक तत्वों से बचाना है। जींद एवं दादरी से आए सरपंचों ने कार्यशाला में अपनी बातें रखी और कुछ जरूरी सवाल भी किए।

सामाजिक कार्यकर्ता आरएस पूनिया कार्यशाला में हरियाणा पंचायत राज एक्ट में संशोधन की बात कही ताकि गांव का विकास तेजी से हो सके। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा का उदय ही अंत्योदय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें ग्राम सभा को मजबूत बनाने और ग्रामीण विकास को गति देने के लिए मिलकर काम करना होगा। कार्यक्रम का समापन पंचायत राज केंद्र के कोऑर्डिनेटर महर्षि कुमार कसौधन एवं दीपशीखा कटारिया असिस्टेंट प्रोफेसर, विधि संकाय, एसजीटी विश्वविद्यालय ने सभी सरपंचों का धन्यवाद करके किया।