कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले, विधान परिषद में मांगा प्रतिनिधित्व

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लखनऊ, 16 नवम्बर । कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश के बैनरतले प्रदेश के समस्त कर्मचारी महासंघों के पदाधिकारियाें ने आज लखनऊ के सांसद एवं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कर्मचारियों को प्रतिनिधित्व देने की मांग की। नेताओं ने राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष डाॅ संजय शुक्ला काे अगले साल हाेने वाले विधान परिषद चुनाव में लखनऊ स्नातक क्षेत्र से भाजपा का टिकट देने का आग्रह किया। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पदाधिकारियाेंकाे आश्वासन देते हुए कहा कि इस प्रस्ताव पर गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा। उन्हाेंने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा कि प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर इस ज्ञापन की प्रति उपलब्ध करा दें।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महासंघों के पदाधिकारियाें काे आश्वासन दिया कि इस संबंध में पार्टी के जिम्मेदार लोगो से बात करेंगे। महासंघ के पदाधिकारियों ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह काे साैंपे गए ज्ञापन में बताया है कि उत्तर प्रदेश में लगभग 25 लाख राज्य कर्मचारी और उनसे प्रत्यक्ष रूप से जुड़े लगभग एक करोड़ मतदाता हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश विधान परिषद में एक भी नुमाइंदा कर्मचारी समुदाय का नहीं है, जो सदन के माध्यम से कर्मचारियों की समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करा सके।

महासंघ के नेताओं ने ज्ञापन में यह भी अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष डाॅ संजय शुक्ला पूर्व में विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। इसलिए महासंघ के नेताओं का कहना है

कि भाजपा लखनऊ स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से डॉ संजय शुक्ला को उम्मीदवार बनाए। कर्मचारी नेताओं का मानना है कि विधान परिषद के चुनाव में भाजपा द्वारा महासंघ की मांग पर डॉ संजय शुक्ला को टिकट दिया जाता है ताे विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रदेश में कर्मचारियों का समर्थन मिलना तय है। यही नहीं महासंघ के पदाधिकारियों को भी विधान परिषद में एक मजबूत कर्मचारी नेता मिल जाएगा।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने और ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले महासंघ के प्रमुख पदाधिकारियों में वीपी मिश्रा, घनश्याम यादव, सुरेश रावत, गिरीश ​मिश्रा, मनोज मिश्रा, कैसर रजा, सुरेश श्रीवास्तव, अतुल मिश्रा, शशि कुमार मिश्रा और राकेश यादव आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।